उदयपुर. हमेशा यही सुना जाता है कि सास और बहू में झगड़ा रहता है। दोनों एक दूसरे से ठीक से बात तक नहीं करती है। लेकिन राजस्थान के उदयपुर जिले से एक अनोखा ही मामला सामने आया है। जहां सांस की मौत होने पर सदमे में बहू की भी मौत हो गई। दोनों का एक ही चिता पर अंतिम संस्कार किया गया।
मामला उदयपुर के खेरवाड़ा इलाके के पांड्यावाड़ा गांव का है। जहां 90 साल की भूरी देवी की तबीयत बिगड़ने लगी। जब परिजन उन्हें अस्पताल लेकर पहुंचे तो वहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। इसके बाद उनकी डेडबॉडी को घर पर लाया गया। यहां 50 वर्षीय बहू ऊषा अपनी सास के शव को देखकर उससे लिपटकर रोने लग गई। और इसी दौरान अचानक वह बेहोश हो गई।
घरवालों ने उन्हें होश में लाने के लिए काफी प्रयास किया लेकिन होश नहीं आया। इसके बाद उन्हें इलाज के लिए अस्पताल लेकर गए तो वहां डॉक्टरों ने उषा को भी मृत घोषित कर दिया। इसके बाद परिजन उनके शव को घर पर लेकर आए। यहां दोनों की एक साथ अंतिम यात्रा निकाली गई और एक ही चिता पर अंतिम संस्कार किया गया।
आपको बता दें कि इससे पहले कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं जब पति की मौत के बाद पत्नी की मौत हो गई हो। लेकिन यह पहला ही मामला है जब सास की मौत के बाद बहू की भी मौत हो गई हो। मृतक बहू ऊषा अपनी सास भूरी देवी की सबसे बड़ी बहू। ऊषा के पति वर्तमान में पोस्टमैन का काम करते हैं और बेटा महाराष्ट्र में कैंटीन का संचालन कर रहा है। बाकी परिवार गांव में ही उनके साथ रहता था। फिलहाल इन दोनों की मौत राजस्थान में चर्चा का विषय बनी हुई है