
उदयपुर. आज भी भले ही आदमी कितना ही सोबर और सरल क्यों ना हो, गरीबी के नाम पर उसे मजाक का विषय बनाया जाता है। राजस्थान की रहने वाली एक बेटी के साथ भी ऐसा ही हुआ जिसे लोग तांगेवाली की बेटी कहते थे। लेकिन उस बेटी ने इंसानों को अपनी ताकत बनाया और आज ऐसा मुकाम हासिल कर लिया है कि पूरी दुनिया में उसका गुणगान हो रहा है।
जयपुर नगर निगम में इंजीनियर हैं नेहा सक्का
दरअसल. हम बात कर रहे हैं राजस्थान के उदयपुर जिले की रहने वाली नेहा सक्का सिंह की। जो वर्तमान में जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड में जूनियर इंजीनियर के पद पर तैनात है। उनका चर्चा में आने का कारण है कि वह इलेक्ट्रॉनिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए लोगों को ट्रेनिंग देती है। इतना ही नहीं उनका नाम इनफ्लुएंसर वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी दर्ज हो चुका है। इसके पहले नेहा 2022 में नेशनल यूथ पार्लियामेंट में नेशनल एक्सीलेंस एजुकेशन अवार्ड से भी सम्मानित हो चुकी है। नेहा को ई मोबिलिटी इनफ्लुएंसर और ट्रेनर के तौर पर भी पहचाना जाता है।
दादा ने आटा चक्की चलाकर पोती को काबिल बनाया
इस बारे में नेहा का कहना है कि भले ही मैं गरीब पैदा हुई थी। मेरे परिवार के लोगों ने मुझे छोटी जगह में पाला है। लेकिन मेरे संस्कार और शिक्षा ने मुझे हमेशा से ही मोटिवेट किया है। मेरे दादा मरहूम हाजी अब्दुल लतीफ में मुझे चक्की चला कर पढ़ाया। वही मां जाहिदा बेगम ने हमेशा मुझे सामाजिक कुरीतियों से दूर रखा और हर तरीके की आजादी दी जिसके बलबूते ही आज मैंने यह मुकाम हासिल किया है।
नेहा ने बताया कैसे इलेक्ट्रॉनिक वाहनों का इस्तेमाल
नेहा बताती है कि अब लोगों को धीरे धीरे इलेक्ट्रॉनिक वाहनों के उपयोग के बारे में समझ में आ चुका है। ऐसे में लोग डीजल व पेट्रोल से ज्यादा धुआं छोड़ने वाले वाहनों की बजाए ई मोबिलिटी पर ज्यादा भरोसा जताने लगे हैं। नेहा कहती है कि उनका मिशन है कि राजस्थान में ज्यादा से ज्यादा लोगों के पास ई मोबिलिटी साधन हो।
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