उत्तराखंड में तबाही : बद्रीनाथ-केदारनाथ हाईवे पर 3 दिन से फंसे हैं राजस्थान के 210 यात्री

Published : Aug 09, 2025, 02:03 PM IST
Uttarakhand Cloudburst

सार

Uttarakhand Landslide : उत्तराखंड के भूस्खलन के कारण सवाई माधोपुर के 210 श्रद्धालु बद्रीनाथ-केदारनाथ मार्ग पर तीन दिन से फंसे हैं। मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने जल्द राहत का भरोसा दिया है। राहत कार्य जारी हैं। 

Sawai Madhopur News :उत्तराखंड के चमोली जिले में हाल ही में हुए भूस्खलन ने चारधाम यात्रा पर निकले सैकड़ों श्रद्धालुओं की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। जानकारी के अनुसार, सवाई माधोपुर से केदारनाथ और बद्रीनाथ के दर्शन के लिए रवाना हुए करीब 210 यात्री पिछले तीन दिनों से रास्ता अवरुद्ध होने के कारण फंसे हुए हैं। पहाड़ खिसकने और लैंडस्लाइड से मुख्य मार्ग पूरी तरह बंद हो गया है, जिससे यात्री वहीं रुकने को मजबूर हैं।

राजस्थन के मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने दी बड़ी अपडेट

आपदा की खबर मिलते ही राजस्थान के आपदा प्रबंधन मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने फंसे हुए यात्रियों से फोन पर बात की। उन्होंने सभी को धैर्य बनाए रखने की अपील करते हुए आश्वासन दिया कि जल्द ही उन्हें सुरक्षित निकालने की कार्रवाई की जाएगी। मंत्री ने मौके पर तैनात आईटीबीपी के कमांडेंट धर्मेंद्र से भी बातचीत कर राहत कार्यों में तेजी लाने और सभी यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया।

उत्तराखंड में तबाही के बाद भी सभी यात्री सुरक्षित

सूत्रों के मुताबिक, ये सभी यात्री सात बसों में सवार होकर सवाई माधोपुर से यात्रा पर निकले थे। फिलहाल सभी सुरक्षित हैं और स्थानीय प्रशासन एवं सुरक्षा बल उनकी आवश्यकताओं का ध्यान रख रहे हैं। हालांकि लगातार खराब मौसम और मार्ग पर मलबा जमा होने के कारण स्थिति अभी पूरी तरह सामान्य नहीं हो पाई है।

बद्रीनाथ हाईवे का वीडियो हो रहा वायरल

 घटना के बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें बद्रीनाथ और राष्ट्रीय राजमार्ग के पास का मार्ग बाधित दिख रहा है। वीडियो में पहाड़ से बड़े-बड़े पत्थर और मलबा गिरते हुए दिखाई दे रहा है। बताया जा रहा है कि पहाड़ का एक बड़ा हिस्सा टूटकर नीचे आने से सड़क पर हजारों टन मलबा जमा हो गया, जिससे यातायात पूरी तरह ठप हो गया है।

राहत कार्य जारी स्थानीय प्रशासन

  • आईटीबीपी और राज्य आपदा प्रबंधन टीम लगातार मार्ग को खोलने के प्रयास में जुटी हुई है। मशीनों की मदद से मलबा हटाने का काम जारी है, लेकिन मौसम की मार राहत कार्यों को धीमा कर रही है। प्रशासन का कहना है कि जैसे ही रास्ता साफ होगा, फंसे हुए यात्रियों को सुरक्षित गंतव्य तक पहुंचा दिया जाएगा।
  • इस घटना ने एक बार फिर चारधाम यात्रा मार्ग पर सुरक्षा और आपदा प्रबंधन की चुनौतियों को सामने ला दिया है। यात्रियों के परिजन लगातार संपर्क में हैं और सभी की सुरक्षित वापसी का इंतजार कर रहे हैं।

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