
यूपी में बीते दिनों हुए मंगेश यादव के एनकाउंटर के बाद कई सवाल खड़े हो रहे हैं। इस बीच अफसर डीके शाही की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। एनकाउंटर के बाद की तस्वीर को लेकर डीजीपी को पत्र भी भेजा गया है और जांच की मांग की गई है।
सुल्तानपुर में ज्वैलरी शॉप में लूट के आरोपी मंगेश यादव के एनकाउंटर को लेकर लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं। इस बीच एसटीएफ की एक कथित तस्वीर डीएसपी डीके शाही के लिए मुसीबत बन गई है। दरअसल दावा किया जा रहा है कि यह तस्वीर मंगेश यादव के एनकाउंटर के बाद की है। इस तस्वीर में डीके शाही चप्पलों में नजर आ रहे हैं। चप्पल में एनकाउंटर को लेकर पहले सोशल मीडिया पर सवाल खड़े किए गए और अब इस मामले में डीजीपी को भी पत्र भेजा गया है।
आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर की ओर से इस मामले में डीजीपी को पत्र भेजकर जांच की मांग की गई है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि एनकाउंटर के बाद की कथित तस्वीर जो की पत्र के साथ संलग्न में है उसमें डीके शाही स्लीपरनुमा चप्पल में दिख रहे हैं। चप्पल की बनावट ऐसी है जिसे देखकर समझा जा सकता है कि इस चप्पल में भागदौड़ करना पूरी तरह से असंभव है। जो चप्पल डीके शाही पहने दिख रहे हैं उसे पहनकर कोई हल्के से भी नहीं दौड़ सकता। तेजी से दौड़ना और एनकाउंटर के समय घटित होने वाील अन्य स्थितियों का सामना करना तो बहुत दूर की ही बात है। उन्होंने आगे लिखा की इतिहास में पहली बार दिखा है कि मौके पर क्रियाशील रहा कोई टीम लीडर ऐसे चप्पल में रहा हो। पुलिस का कोई भी व्यक्ति इस तरह के चप्पल में इस तरह के कथित खतरनाक एनकाउंटर के बारे में सोच तक नहीं सकता है। इस कारण से यह चप्पल इस एनकाउंटर की विश्वसनीयता पर गंभीर सवाल खड़े कर रहे हैं। उन्होंने आगे इस मामले में जांच की अपील की है।