उत्तर प्रदेश के आगरा में एक बेटे ने अपनी मां और बेटे की हत्या के बाद खुद ने भी सुसाइड कर लिया। तीनों के शव घर के अंदर पड़े मिले हैं। इस घटना से इलाके में हड़कंप मच गया।
आगरा, उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब एक मकान में तीन लोगों शव मिले। मृतक तीनों आपस में मां, बेटा और नाती हैं। पुलिस की शुरूआती जांच में सामने आया है कि बेटे ने पहले अपनी बुजुर्ग मां और मासूम बेटे की हत्या की। इसके बाद खुद फंदे पर लटककर आत्महत्या कर ली। इस घटना को अंजाम देने से पहले युवक ने अपने लैपटॉप में एक सुसाइड नोट लिखा है। जिसमें उसने मरने की वजह बताई है।
ऐसे आगरा के मर्डर कांड का हुआ खुलासा
दरअसल, यह मामला न्यू आगरा थाने क्षेत्र का है। जहां लॉयर्स कॉलोनी में तरुण चौहान उर्फ जॉली अपने परिवार के साथ रहता था। तरुण का पाइप का व्यापार था। लेकिन शनिवार के दिन उसने अपनी बुजुर्ग मां ब्रजेश देवी और 12 साल का बेटा कुशाग्र चौहान की हत्या कर दी। इसके बाद खुद ने भी मौत के गले लगा लिया। रोज की तरह जब घर में काम करने वाली नौकरानी पहुंची तो तीनों के शव कमरे में पड़े मिलेष इसके बाद वो चीखते हुए बाहर निकली और आसपास के लोगों को इसकी सूचना दी। फिर पुलिस मौके पर पहुंची और शव कब्जे में लेकर जांच पड़ताल शुरू की गई।
मैं जानता हूं की मैं बहुत गलत फैसला ले रहा हूं, लेकिन…
पुलिस को मौके पहुंची और घर में जाच शुरू की तो व्यापारी का मोबाइल और लैपटॉप से मरने के पीछे के सबूत मिले हैं। लैपटॉप में एक वीडियो मिला है। जिसे उसने इस घटना से पहले रिकॉर्ड किया था। इस वीडियो के मुताबिक, तरुण को बिजनेस में करीब डेढ़ करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। साथ ही कई लोगों से उनसे कर्ज भी लिया था। जिसे चुका नहीं पा रहा था। आत्महत्या से पहले उसने वीडियो में कहा-मैं जानता हूं की मैं बहुत गलत फैसला ले रहा हूं, लेकिन इसके अलावा मेरे पास को चारा नहीं है।
खाटू श्याम ने पत्नी को मौत से बचा लिया...
स्थानीय लोगों ने बताया कि तरुण ने जिस दिन यह कदम उठाया उससे एक दिन पहले उसकी पत्नी शनिवार को खाटू श्याम के मंदिर गई थी। वह अभी लौटी नहीं थी और उससे पहले उसने मां और बेटे की हत्या कर दी। हो सकता है कि अगर वो घर पर होती तो वो भी आज जिंदा नहीं होती। पड़ोसियों ने कहा कि जॉली के पिता मान सिंह की कुछ साल पहले मौत हो गई थी। वो आगरा के जाने-माने अधिवक्ता थे, लेकिन उनकी मौत के बाद बेटा तरूण परेशान रहने लगा था।