
Agra Metro News: आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट को गति देने के लिए योगी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने ताजमहल मेट्रो स्टेशन की पार्किंग की व्यवस्था को मंजूरी दे दी है, जिससे यात्रियों को पार्किंग की सुविधा मिलेगी और स्टेशन पर ट्रैफिक व्यवस्था सुचारू होगी। इसके अलावा, दूसरे कॉरिडोर के डिपो निर्माण के लिए नई भूमि स्वीकृत कर दी गई है, जिससे मेट्रो प्रोजेक्ट की लागत में कमी आएगी और निर्माण कार्य तेजी से पूरा होगा। इन नए बदलावों के साथ ही अब आगरा मेट्रो का संचालन एक ऑपरेशन कमांड सेंटर (OCC) के जरिए होगा, जिससे पूरे नेटवर्क की निगरानी और प्रबंधन आसान होगा।
आगरा मेट्रो को दो अलग-अलग कॉरिडोर में विकसित किया जा रहा है, जिससे शहर के मुख्य इलाकों को आपस में जोड़ा जाएगा। पहला कॉरिडोर ताजमहल पूर्वी गेट से सिकंदरा तक होगा, जिसकी लंबाई 14 किलोमीटर होगी। इस कॉरिडोर में 13 स्टेशन बनाए जा रहे हैं, जिनमें 6 एलिवेटेड और 7 भूमिगत स्टेशन शामिल हैं। दूसरा कॉरिडोर आगरा कैंट से कालिंदी विहार तक प्रस्तावित है, जिसकी कुल लंबाई 15.4 किलोमीटर होगी और इसमें 14 एलिवेटेड स्टेशन होंगे। इस विस्तृत नेटवर्क से शहर के लोगों को न केवल ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी, बल्कि वे कम समय में अपने गंतव्य तक भी पहुंच सकेंगे।
ताजमहल मेट्रो स्टेशन पर पार्किंग की सुविधा यात्रियों के लिए बेहद महत्वपूर्ण थी, जिसे ध्यान में रखते हुए सरकार ने 8684.68 वर्ग मीटर भूमि को मंजूरी दे दी है। इस क्षेत्र में 150 से अधिक चार पहिया वाहनों और 200 से अधिक दोपहिया वाहनों की पार्किंग की सुविधा होगी। इस फैसले से ताजमहल आने वाले पर्यटकों और स्थानीय यात्रियों को पार्किंग की बेहतर व्यवस्था मिलेगी, जिससे स्टेशन के आसपास अनावश्यक भीड़भाड़ कम होगी और ट्रैफिक सुचारू रहेगा।
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मेट्रो संचालन के लिए डिपो एक अहम भूमिका निभाता है, जहां ट्रेनों का रखरखाव और संचालन किया जाता है। पहले, दूसरे कॉरिडोर के लिए डिपो का निर्माण कालिंदी विहार में प्रस्तावित था, लेकिन अब इसे मॉल रोड पर स्थानांतरित कर दिया गया है। इस बदलाव से परियोजना की लागत में कई करोड़ रुपये की बचत होगी, क्योंकि नए स्थान पर डिपो के लिए महंगे इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरत नहीं पड़ेगी। इस डिपो से दोनों कॉरिडोर की 20 मेट्रो ट्रेनों का संचालन किया जाएगा और सभी ट्रेनों का मेंटेनेंस भी यहीं होगा। इससे मेट्रो संचालन अधिक प्रभावी और कुशल हो सकेगा।
डिपो स्थानांतरित करने के साथ ही मॉल रोड पर तीन किलोमीटर लंबा नया कॉरिडोर बनाया जा रहा है, जो सदर मेट्रो स्टेशन से जुड़ेगा। इस नए कॉरिडोर के बनने से दूसरे कॉरिडोर की मेट्रो को डिपो से जोड़ना आसान होगा। इसके लिए विभाग वायाडक्ट (viaduct) का निर्माण करेगा, जिससे पूरे नेटवर्क को एकीकृत किया जा सके। इस संरचना के माध्यम से डिपो और मेट्रो ट्रैक को जोड़ा जाएगा, जिससे मेट्रो संचालन में कोई बाधा न आए और यात्रियों को बेहतर कनेक्टिविटी मिले।
आगरा मेट्रो परियोजना को लेकर सरकार ने जो नए फैसले लिए हैं, वे शहरवासियों के लिए राहत लेकर आएंगे। पार्किंग, डिपो स्थानांतरण और नए कॉरिडोर के निर्माण से मेट्रो परियोजना में तेजी आएगी और लागत भी कम होगी। शहरवासियों को जल्द ही एक आधुनिक, तेज और सुरक्षित मेट्रो सेवा मिलेगी, जिससे न केवल उनका दैनिक सफर आसान होगा, बल्कि शहर में यातायात की भीड़ भी कम होगी।
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