
लखनऊ: यूपी के मंदिरों और शक्तिपीठों में रामायण और दुर्गा सप्तशती के आयोजन की तैयारी की जा रही है। इसके लिए सरकार की ओर से निर्देश जारी किया गया है। जिसके बाद सभी डीएम के द्वारा इस तरह के आयोजन तहसील, जिला और ब्लॉक स्तर पर करवाने की तैयारी की जा रही है।
विपक्ष को घेरने की तैयारी में जुटी सरकार
आयोजन के जरिए योगी सरकार बड़ा संदेश देने का प्लान कर रही है। ज्ञात हो कि बीते दिनों सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कई मंदिरों में जाकर दर्शन किए थे। इसके बाद सपा नेता स्वामी प्रसाद की ओर से रामचरितमानस को लेकर उठाए गए सवालों पर भी भाजपा ने अखिलेश यादव का घेराव किया था। ऐसे में लोकसभा चुनाव से पहले विपक्ष को घेरने की तैयारी की जा रही है।
ब्लॉक स्तर पर मंदिर चिन्हित कर दिया जाएगा फंड
माना जा रहा है कि सरकार की ओर से रामायण और दुर्गा सप्तशती के पाठ का आयोजन मंदिरों और शक्तिपीठों में करवाने की घोषणा के बाद माहौल गरमा सकता है। ऐसे में यदि कोई भी दल इसका विरोध करता है तो उसे मुश्किलों को सामना करना पड़ेगा। वहीं भाजपा इस तरह के आयोजन को अपनी उपलब्धियों की लिस्ट में लेकर आएगी। योगी सरकार ने जिला स्तर पर इस तरह के आयोजन के लिए एक लाख रुपए का फंड देने का भी ऐलान किया है। रामनवमी के दिन मंदिरों में इस योजना के तहत ही अखंड रामायण पाठ की तैयारी की जा रही है। वहीं शक्तिपीठों ने दुर्गा सप्तशती का आयोजन कर क्षेत्र को भक्तिमय बनाने का प्लान है। ब्लॉक स्तर पर मंदिरों को चिन्हित कर उन्हें फंड दिया जाएगा जिससे इस तरह के आयोजन संपन्न हो सके।
आयोजन को सफल बनाने के लिए नियुक्त किए गए नोडल अधिकारी
गौरतलब है कि चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 22 मार्च से हो रही है। ऐसे में मंदिरों और शक्तिपीठों ने आयोजन होंगे। सभी जिलों को 21 मार्च तक तैयारी पूरा करवाने का निर्देश दिया गया है। कार्यक्रम में महिलाओं की सहभागिता बढ़ाने का भी निर्देश दिया गया है। नवरात्रि के मौके पर रामायण और दुर्गा सप्तशती के आयोजन को लेकर दो नोडल अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति भी की गई है। वह जिला स्तर पर आयोजन को सफल बनाने के लिए कामों पर नजर रखेंगे। इसको लेकर संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम ने निर्देश दिए हैं।
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