उमेश पाल हत्याकांड को लेकर पुलिस की पड़ताल लगातार जारी है। इस बीच अशरफ से जेल में नियमविरुद्ध मुलाकात के मामले में 6 लोगों को निलंबित भी किया गया है। वहीं घटना की प्लानिंग में शाइस्ता का नाम भी सामने आया है।
प्रयागराज: माफिया अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता राजूपाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल की हत्या में शामिल थीं। एसटीएफ की पड़ताल में सामने आया है कि उमेश की हत्या के लिए अतीक, अशरफ, शाइस्ता, असद सभी व्हाट्सऐप ग्रुप कॉल के जरिए ही बातचीत कर रहे थे। यह जानकारी सामने आने के बाद अब शाइस्ता भी एसटीएफ के निशाने पर आ चुकी हैं। वहीं रिपोर्टस के अनुसार एसटीएफ को एक शूटर के बारे में भी जानकारी हाथ लगी है।
व्हाट्सऐप पर ही संपर्क का दिया गया आदेश, जेल में हुई नियमविरुद्ध मुलाकात
पड़ताल में पता लगा कि उमेश पाल की हत्या के बाद असद ने सभी शूटरों के मोबाइल जमा करवा लिए थे। सभी को नए सिम और मोबाइल दिए गए। सभी के मोबाइल पर व्हाट्सऐप एक्टिवेट करके उसके जरिए ही संपर्क में रहने को कहा गया। वहीं यह भी पता लगा कि बरेली जेल में 11 फरवरी को असद ने अशरफ से शूटर विजय चौधरी उर्फ उस्मान, गुड्डू मुस्लिम, गुलाम की मुलाकात भी करवाई थी। जेल में हुई इस मुलाकात के लिए किसी ने भी उन्हें नहीं रोका। बस जेल में अंदर जाने से पहले उनके हाथ में पर मुहर लगाकर भेज दिया गया। यहां तक मुलाकात रजिस्टर में उनका नाम और पता भी नहीं दर्ज किया गया। बरेली जेल में हुई इस गैरकानूनी मुलाकात को लेकर सीसीटीवी फुटेज भी प्रयागराज पुलिस को सौंपे जाने की बात सामने आ रही है। इसकी पड़ताल भी एसटीएफ गहराई से कर रही है।
जेलर समेत 6 को किया गया निलंबित
वहीं बरेली केंद्रीय कारागार में अशरफ से अवैध मुलाकात करवाने के आरोप में डिप्टी जेल समेत छह पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। पुलिस महानिदेशक कारागार आनंद कुमार ने बताया कि बरेली केंद्रीय कारागार में छह कर्मियों को अशरफ से गलत तरीके से मुलाकात करवाने के आरोप में निलंबित किया गया है। निलंबित किए गए लोगों में जेलर राजीव कुमार मिश्रा, डिप्टी जेलर दुर्गेश प्रताप सिंह, हेड जेल वार्डर बृजवीर सिंह, जेल वार्डर मनोज गौर, दानिश मेंहदी और दलपत सिंह का नाम शामिल है। इन सभी के खिलाफ उप महानिरीक्षक कारागार आर एन पांडेय की जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की गई है।