विधानसभा में यूपी बजट सत्र 2023 के पहले ही दिन जमकर हंगामा हुआ। इस बीच राज्यपाल गो बैक के नारे भी लगाए गए। अखिलेश यादव विधानसभा पहुंचने पर सरकार पर जमकर निशाना साधा।
लखनऊ: यूपी विधानसभा में बजट सत्र में राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान सपा विधायकों ने जमकर नारेबाजी की। इस बीच राज्यपाल वापस जाओ के नारे भी लगाए गए। हालांकि हंगामे और नारेबाजी के बीच राज्यपाल ने अपना अभिभाषण जारी रखा। नारेबाजी कर रहे विधायकों ने भाजपा सरकार को निशाने पर रखा। उन्होंने नारे लगाए कि संविधान विरोधी सरकार नहीं चलेगी। इसी के साथ ये जनता का पैसा खाते हैं घपलेबाज सरकार चलाते हैं जैसे नारे भी वहां पर सुनाई दिए।
'विकास और कल्याण के मुद्दों पर हम चर्चा को तैयार'
वहीं सीएम योगी के द्वारा कहा गया कि सदन की उच्च गरिमा और मर्यादा बनाए रखते हुए गंभीर चर्चा को आगे बढ़ाने से लोकतंत्र के प्रति आम जनमानस की आस्था और भी बढ़ती है। प्रदेश सरकार सदन में विकास और कल्याण के मुद्दों को लेकर चर्चा के लिए बिल्कुल तैयार है। विधानसभा के भीतर सकारात्मक माहौल होना चाहिए। सीएम योगी ने कहा कि जनता ने विश्वास के साथ सभी सदस्यों को चुनकर यहां भेजा है और जनता के विश्वास पर हम सभी को खरा उतरना है। अभी सत्र की कार्यवाही 20 फरवरी से 10 मार्च तक निर्धारित हुई है। हमें इसे अच्छी बहस का मंच बनाना है। प्रदेश की जनता के लिए 22 फरवरी को बजट पेश किया जाएगा। बजट पर दोनों सदनों में चर्चा के बाद उसे पारित किया जाएगा।
'बुलडोजर लेकर घूम रहे इन्वेस्टमेंट कहा से आएगा'
अखिलेश यादव ने कहा कि आज किसी के हाथ में रोजगार नहीं है। जहां नौकरी है वहां भी भेदभाव है कि किसे पद पर बैठाना है और किसे नहीं। यूपी में कानून व्यवस्था ध्वस्त है। कानपुर की घटना पर अखिलेश यादव ने कहा कि शासन, प्रशासन और बुलडोजर के कारण मां-बेटी की मौत हो गई। आप बुलडोजर लेकर घूम रहे हो और सोच रहे हो कि इन्वेस्टमेंट आएगा। जो लोग अपने गमले नहीं बचा पाए वह इन्वेस्टमेंट लाएंगे। यूपी की जनता जातीय जनगणना चाहती है।