
औरैया के एरवाकटरा इलाके में एक घर की सुबह हमेशा की तरह शुरू तो हुई, लेकिन कुछ ही मिनटों में वह सन्नाटे में बदल गई. गांव राजाराम नगरिया की 21 वर्षीय नेहा ने अपने कमरे में जिंदगी और मौत के बीच अंतिम फैसला खुद ही कर लिया. दरवाजा भीतर से बंद था और अंदर लटका हुआ एक युवा जीवन कई अनकहे सवाल छोड़ गया.
मंगलवार की सुबह नेहा के परिवार को शक हुआ कि वह काफी देर से बाहर नहीं आई. दरवाजा खोलने की कोशिश की गई, लेकिन वह अंदर से बंद मिला. जब परिजनों ने किसी तरह दरवाजा खुलवाया, तो नेहा लोहे के कुंडे से दुपट्टे के सहारे लटकी मिली. परिवार उसे तुरंत सीएचसी एरवाकटरा ले गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
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नेहा के कमरे से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसने पूरे मामले को और गंभीर बना दिया. उसमें लिखा था कि वह लंबे समय से मानसिक पीड़ा से गुजर रही थी. उसने साफ-साफ लिखा कि नेपाल की बहू और उसके बेटे उसे लगातार ताने देते थे, जलील करते थे, जिससे वह बेहद आहत रहती थी.
सुसाइड नोट में लिखा था: “मैं अपनी जिंदगी से बहुत परेशान हूं. नेपाल की बहू और उनके लड़के मुझे तरह-तरह के ताने देकर जलील करते हैं. मैं बहुत परेशान रहती हूं. इसलिए मैं अब जीना नहीं चाहती. मेरी मौत के लिए मेरे घरवालों को जिम्मेदार न ठहराया जाए. पापा, मुझे माफ कर देना.”
नेहा के पिता छोटे सिंह ने बताया कि यह पहली बार नहीं था जब उनकी बेटी मानसिक दबाव में थी. 10 जून को उन्होंने नेहा के अचानक घर से चले जाने की शिकायत पुलिस को दी थी. कुछ दिनों बाद जब वह बरामद हुई, तो उसने बताया कि कैलाश और एक अन्य युवक उसे बहला-फुसलाकर ले गए थे. पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.
अब पिता ने गांव की एक महिला और उसके बेटों पर भी नेहा को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है.
थाना प्रभारी जीतमल चौधरी ने बताया कि शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. उन्होंने कहा कि मौत का वास्तविक कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही स्पष्ट होगा. पुलिस हर पहलू पर गंभीरता से जांच कर रही है और आगे की कार्रवाई नियमानुसार की जाएगी.
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Disclaimer: आत्महत्या किसी समस्या का हल नहीं है। अगर आपके मन में भी सुसाइड या खुद को चोट पहुंचाने जैसे ख्याल आ रहे हैं तो आप फौरन घर-परिवार, दोस्तों और साइकेट्रिस्ट की मदद ले सकते हैं। इसके अलावा आप इन हेल्पलाइन नंबरों पर कॉल करके भी मदद मांग सकते हैं। आसरा (मुंबई) 022-27546669, सुमैत्री (दिल्ली) 011-23389090, रोशनी (हैदराबाद) 040-66202000, लाइफलाइन 033-64643267 (कोलकाता)। स्पंदन (मध्य प्रदेश) 9630899002, 7389366696, संजीवनी: 0761-2626622, TeleMANAS 1-8008914416/14416, जीवन आधार: 1800-233-1250. मानसिक तनाव होने पर काउंसलिंग के लिए हेल्पलाइन नंबर 14416 और 1800 8914416 पर संपर्क कर घर बैठे मदद पा सकते हैं।
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