योगी सरकार का ‘आधुनिक गुरुकुल मॉडल’ यूपी के बच्चों का भविष्य संवार रहा है। अटल आवासीय विद्यालय और सीएम अभ्युदय विद्यालयों के जरिए श्रमिक परिवारों के बच्चों को निःशुल्क आधुनिक शिक्षा, आवास व बेहतर सुविधाएं मिल रही हैं।

कभी शिक्षा के असमान अवसरों में बंटा समाज अब उस दौर की ओर बढ़ रहा है, जहां श्रमिक परिवारों के बच्चे भी वही सुविधाएं पा रहे हैं, जो अक्सर सिर्फ चुनिंदा वर्ग तक सीमित थीं। इस परिवर्तन की धुरी है योगी आदित्यनाथ सरकार का वह शैक्षिक मॉडल, जिसने पुराने गुरुकुल की आत्मा को आधुनिक व्यवस्था के शरीर से जोड़कर एक नई आशा का निर्माण किया है।

अटल आवासीय विद्यालय: श्रमिक परिवारों के बच्चों में भरोसे की नई रोशनी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विजन के तहत राज्य के प्रत्येक 18 मंडलों में स्थापित अटल आवासीय विद्यालय अब श्रमिक परिवारों के लिए जीवन बदलने वाली पहल बन गए हैं। इन विद्यालयों ने हजारों बच्चों को न केवल शिक्षा बल्कि सम्मान, सुरक्षा और समान अवसर का एहसास कराया है।

द्वितीय चरण में सीएम अभ्युदय विद्यालयों के विस्तार की व्यापक तैयारी की जा रही है। लक्ष्य स्पष्ट है–हर न्याय पंचायत तक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पहुंचाना और ऐसा वातावरण तैयार करना, जिसमें हर बच्चा अपनी प्रतिभा को पूरा विकसित कर सके।

ललितपुर स्थित अटल आवासीय विद्यालय के प्रधानाचार्य जिया लाल बताते हैं कि योग्य शिक्षकों की टीम के द्वारा बच्चों को पूरी तरह निःशुल्क, आधुनिक और अनुशासित शिक्षा प्रदान की जा रही है। श्रमिकों के बच्चों को मुख्यधारा से जोड़ने का यह प्रयास नए सामाजिक बदलाव की मिसाल बन रहा है।

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आधुनिक संसाधनों से सुसज्जित ‘आधुनिक गुरुकुल’

अटल आवासीय विद्यालयों को आधुनिक तकनीकी सुविधाओं से विशेष रूप से लैस किया गया है।

  • सीबीएसई आधारित पाठ्यक्रम
  • अत्याधुनिक स्मार्ट क्लासरूम
  • एसटीईएम (STEM) लैब
  • विज्ञान प्रयोगशालाएं
  • खेल और सह-शैक्षिक गतिविधियों की विस्तृत व्यवस्था
  • आवास, भोजन, किताबें, यूनिफॉर्म और चिकित्सा सुविधाएं पूर्णतः निःशुल्क

इन विद्यालयों में पंजीकृत श्रमिकों के बच्चे, कोरोना से अनाथ हुए बच्चे तथा मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के लाभार्थी भी शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। योग्यता और अवसर का यह अनोखा संगम साबित कर रहा है कि प्रतिभा किसी वर्ग या परिस्थिति की मोहताज नहीं होती।

अभ्युदय विद्यालयों का विस्तार: हर पंचायत तक शिक्षा का संकल्प

तृतीय चरण में सीएम अभ्युदय विद्यालयों को 825 नगरीय निकायों तक विस्तारित किया जाएगा और चतुर्थ चरण में इन्हें लगभग 8000 न्याय पंचायतों तक पहुंचाने की योजना है। ऐसा पहली बार होगा कि गांव-गांव में रहने वाले बच्चों को भी वह वातावरण मिलेगा, जो भविष्य की चुनौतियों के लिए उन्हें तैयार कर सके।

शिक्षा से सशक्तिकरण का मार्ग

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का मानना है कि किसी भी समाज का वास्तविक सशक्तिकरण शिक्षा के माध्यम से ही संभव है। अटल आवासीय विद्यालय और अभ्युदय विद्यालय उसी सोच का धरातल पर उतरता स्वरूप हैं।

यह मॉडल न केवल शिक्षा में समानता को बढ़ावा दे रहा है, सरकारी सहायता की पात्रता को मजबूत बना रहा है, ग्रामीण और श्रमिक परिवारों की नई पीढ़ी को अवसर दे रहा है, बल्कि आने वाले वर्षों में उत्तर प्रदेश को कुशल, आत्मनिर्भर और उत्कृष्ट युवा शक्ति से संपन्न भी करेगा

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