वाराणसी में एसआईटी ने सुजाबाद स्थित टोटो चार्जिंग स्टैंड पर छापेमारी कर 30 हजार कोडीन युक्त कफ सिरप की शीशियां बरामद कीं। शुभम जायसवाल और आज़ाद जायसवाल के नेटवर्क पर पुलिस की बड़ी कार्रवाई, कफ सिरप तस्करी का बड़ा खुलासा।
वाराणसी का सुजाबाद इलाका इन दिनों चर्चा में है, लेकिन वजह कोई आम खबर नहीं है। शहर के बीचोंबीच मौजूद एक साधारण-सा टोटो चार्जिंग स्टैंड, बाहर से देखने में जितना सामान्य था, भीतर उससे कहीं ज्यादा खतरनाक रहस्य छुपाए हुए था। लोगों की नजरों से ओझल, इसी जगह से चल रहा था कोडीन युक्त कफ सिरप का करोड़ों का अवैध खेल—जिसमें खोज की शुरुआत हुई तो परतें खुलती चली गईं और सामने आ गया एक संगठित नेटवर्क, जिसने प्रशासन तक को चौंका दिया।
SIT की कार्रवाई में कफ सिरप तस्करी का बड़ा खुलासा
वाराणसी में कोडीन युक्त कफ सिरप की तस्करी को लेकर प्रदेशभर में सख्त अभियान चलाया जा रहा है। आईजी स्तर की SIT पहले ही गठित की जा चुकी है, और उसी जांच के तहत वाराणसी पुलिस ने सुजाबाद इलाके में एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 30 हजार शीशियां बरामद की हैं। बरामद सिरप की कीमत करीब 60 लाख रुपये बताई जा रही है।
SIT ने यह छापेमारी देर शाम की, जब टीम को सूचना मिली कि टोटो चार्जिंग स्टैंड के आड़ में भारी मात्रा में अवैध सिरप स्टॉक किया गया है। मौके से दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी गई है।
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मुख्य आरोपी से जुड़े होने के मिले संकेत
एडीसीपी सरवणन टी के नेतृत्व में की गई इस कार्रवाई में जांच टीम को कुछ अहम सुराग मिले। पिछले दिनों रोहनिया जिम में 2 करोड़ की कफ सिरप बरामदगी मामले में नामजद अभियुक्त आज़ाद जायसवाल की गाड़ी इस परिसर से बरामद की गई है। यह परिसर मनोज कुमार यादव का बताया गया है, जो मुख्य आरोपी शुभम जायसवाल का करीबी माना जाता है।
गाड़ी मिलने के बाद यह स्पष्ट संकेत मिला है कि आज़ाद और शुभम जायसवाल के बीच सीधा कनेक्शन मौजूद है और यह पूरा नेटवर्क एक-दूसरे से बेहद व्यवस्थित तरीके से जुड़ा हुआ है। आज़ाद के खिलाफ रोहनिया थाने में पहले ही मुकदमा दर्ज है।
तस्करी नेटवर्क और बड़ा होने की आशंका
अधिकारियों के अनुसार सुजाबाद में की गई यह बरामदगी सिर्फ शुरुआत है। जांच एजेंसियों का मानना है कि कफ सिरप तस्करी का यह नेटवर्क काफी बड़ा है और आने वाले दिनों में कई और नाम सामने आ सकते हैं। बरामद वाहन, दस्तावेजों और सिरप के स्टॉक की बारीकी से जांच की जा रही है। यह कार्रवाई वाराणसी में अवैध दवा तस्करी के खिलाफ सबसे महत्वपूर्ण और लगातार चल रही ऑपरेशन की एक बड़ी कड़ी मानी जा रही है।
हिमाचल से लाया गया था कफ सिरप
जांच में सामने आया है कि लेबोरेट्र कंपनी का यह कोडीन युक्त कफ सिरप सीधे हिमाचल प्रदेश से वाराणसी तस्करी के लिए लाया गया था। पुलिस ने पुष्टि की है कि दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है और नेटवर्क के बाकी सदस्यों की तलाश जारी है।
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