
अयोध्या। दीपोत्सव 2025 के अवसर पर अयोध्या में रविवार को आयोजित भव्य कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विभिन्न देशों की रामलीलाओं का मंचन देखा। इस मौके पर श्रीलंका, इंडोनेशिया, रूस, थाईलैंड और नेपाल से आए कलाकारों ने अपनी पारंपरिक रामलीलाओं की प्रस्तुति दी। मेजबान राज्य उत्तर प्रदेश समेत कई भारतीय राज्यों के कलाकारों ने भी अपनी-अपनी शैली में श्रीराम के जीवन प्रसंगों को मंच पर जीवंत किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रामकथा पार्क पहुंचकर अलग-अलग देशों और राज्यों की रामलीलाओं का आनंद लिया। उन्होंने बिंडरमेयर बरेली की रामलीला देखी और श्रीलंका के कलाकारों के मंचन की भी सराहना की।
सीएम ने श्रीलंका और उत्तराखंड की रामलीलाओं के कलाकारों की प्रस्तुति की प्रशंसा करते हुए उनका उत्साहवर्धन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि ऐसी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भारत की समृद्ध परंपरा और वैश्विक सांस्कृतिक एकता का प्रतीक हैं।
दीपोत्सव के दौरान आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंच पर सम्मानित किया। दीपोत्सव कविता प्रतियोगिता में हिमानी पांडेय और दीपोत्सव चित्रकला प्रतियोगिता में रोहन कुमार को पुरस्कार प्रदान किए गए। इसके अलावा, श्रीलंका के कोलंबो विश्वविद्यालय की हिंदी प्रोफेसर अमिला दमयंती ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को श्रीलंका की रामलीला में उपयोग किए गए पारंपरिक मुखौटे भेंट किए, जो भारत-श्रीलंका सांस्कृतिक संबंधों का प्रतीक रहा।
दीपोत्सव कार्यक्रम के दौरान कई संत, धर्माचार्य और जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। इनमें स्वामी राघवाचार्य जी महाराज, संतोष दास जी महाराज ‘सतुआ बाबा’, कैबिनेट मंत्री सूर्य प्रताप शाही, महापौर गिरीश पति त्रिपाठी, विधायक अभय सिंह, चंद्रभानु पासवान और वेदप्रकाश गुप्त प्रमुख रूप से शामिल रहे।
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