नई दिल्ली/अयोध्या. 'रामलला हम आएंगे-मंदिर वहीं बनाएंगे'...यह नारा 1990 के दशक में पुरजोर पर था। ये वही वक्त था, जब राममंदिर आंदोलन को लेकर लालकृष्ण आडवाणी सबसे बड़ा चेहरा बनकर उभरे थे। 9 नवंबर, 2019 को जब सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या पर राममंदिर के पक्ष में फैसला आया, तो 500 साल पुराने विवाद का पटाक्षेप हो गया। 5 अगस्त, 2020 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राममंदिर का भूमि पूजन किया था। तब से लगातार मंदिर और उसके आसपास डेवलपमेंट वकर्स जारी था। अब संकेत मिले हैं कि जनवरी, 2024 में राममंदिर का भव्य निर्माण होगा। पढ़िए कुछ दिलचस्प फैक्ट्स....