क्या आज भी ऐसे रिश्ते मिलते हैं? भाभी ने BJP नेता देवर के लिए किया जीवन का सबसे बड़ा त्याग

Published : Aug 12, 2025, 09:53 AM IST
Neelam Singh Chandauli, BJP leader Indal Singh Baba Kidney Transplant

सार

Bhabhi Ultimate Sacrifice: चंदौली में रिश्तों की अनोखी मिसाल, जब भाभी नीलम सिंह ने अपनी किडनी देकर BJP नेता देवर इंदल सिंह बाबा को नई जिंदगी दी। गुड़गांव में सफल ट्रांसप्लांट के बाद गांव में खुशी, त्याग और भावुकता की लहर।

BJP Leader Indal Singh Baba Kidney Transplant: कभी-कभी रिश्ते खून से नहीं, त्याग से बनते हैं। चंदौली के कंदवा क्षेत्र के इमलिया गांव में ऐसा ही अद्भुत उदाहरण सामने आया, जब भाभी नीलम सिंह ने अपने देवर और BJP नेता इंदल सिंह बाबा को जीवनदान देने के लिए अपनी किडनी दान कर दी। यह भावुक और प्रेरणादायक कहानी अब पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गई है।

जब बीमारी ने बदल दी बीजेपी नेता के जिंदगी की दिशा 

चंदौली निवासी बीजेपी नेता इंदल सिंह बाबा की तबियत कुछ समय पहले अचानक बिगड़ गई। जांच में पता चला कि उनकी दोनों किडनियां खराब हो चुकी हैं। परिवार ने उन्हें लखनऊ के कई बड़े अस्पतालों में दिखाया, लेकिन कोई राहत नहीं मिली। यह खबर पूरे परिवार के लिए सदमे से कम नहीं थी। सभी परेशान थे कि आखिर अब आगे क्या होगा, क्या कोई किडनी डोनर मिलेगा?

यह भी पढ़ें…Mathura News: कोसीकलां में ढहा दो मंजिला मकान, मलबे में दबे 8, दो मासूमों की मौत

गुड़गांव में इंदल सिंह बाबा को दिखी उम्मीद की नई किरण 

आखिरकार, उन्हें गुड़गांव के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने स्पष्ट कहा-“किडनी ट्रांसप्लांट ही आखिरी विकल्प है।” लेकिन यक्ष प्रश्न यहीं था कि किडन डोनर कहां से लाया जाए? इसी दौरान उनकी भाभी नीलम सिंह ने बिना किसी झिझक के अपनी किडनी देने का फैसला कर लिया। यह निर्णय न केवल साहस का परिचायक था, बल्कि रिश्तों की गहराई को भी दर्शाता था।

ऑपरेशन की सफलता और भावुक माहौल 

भाभी नीलम सिंह के इस फैसले की जानकारी जब इंदल सिंह को हुई तो वह भावुक हो गए। खैर, गुड़गांव में सफल किडनी ट्रांसप्लांट के बाद परिवार में खुशियों की लहर दौड़ गई। ऑपरेशन के समय और उसके बाद, परिवार व शुभचिंतकों ने गोरखा स्थित हनुमान मंदिर और ब्रह्म बाबा मंदिर में हवन-पूजन और जाप कर उनके दीर्घायु की प्रार्थना की।

रिश्तों की मिसाल और प्रेरणा 

नीलम सिंह ने खून के रिश्तों से परे जाकर जिस तरह से अपने परिवार और देवर के लिए त्याग और बलिदान दिया है, वह पूरे चंदौली की पहचान बन गया है। लोग इसे “रिश्तों की सच्ची परिभाषा” कह रहे हैं। यह कहानी समाज को यह संदेश देती है कि प्रेम और त्याग हर मुश्किल को मात दे सकते हैं।

यह भी पढ़ें…UP Weather Warning: 17 जिलों में रेड अलर्ट, 37 जिले बाढ़ की चपेट में-क्या अब बढ़ेगा और खतरा?

 

PREV

उत्तर प्रदेश में हो रही राजनीतिक हलचल, प्रशासनिक फैसले, धार्मिक स्थल अपडेट्स, अपराध और रोजगार समाचार सबसे पहले पाएं। वाराणसी, लखनऊ, नोएडा से लेकर गांव-कस्बों की हर रिपोर्ट के लिए UP News in Hindi सेक्शन देखें — भरोसेमंद और तेज़ अपडेट्स सिर्फ Asianet News Hindi पर।

Read more Articles on

Recommended Stories

4 साल इंतजार के बाद पैदा हुए बच्चे की 23वें दिन नींद में मौत, पैरेंट्स को अलर्ट करने वाली खबर!
ये हैं भदोही की रेखा : कभी सिलाई करती थीं, अब बना रहीं डिटर्जेंट पाउडर