
वाराणसी के गंगा घाट पर देव दीपावली की पूर्व संध्या पर युवा कलाकारों ने तबले और हारमोनियम की मधुर धुनों पर भजन प्रस्तुत किए। घाटों पर गूंजती स्वर लहरियों और भक्ति के सुरों ने वातावरण को पवित्र बना दिया। “हर हर गंगे” और “जय गंगे माता” जैसे भजनों से घाट गूंज उठा। इन कलाकारों का कहना था कि यह सिर्फ़ एक संगीत कार्यक्रम नहीं, बल्कि गंगा माता को समर्पित आराधना है। देव दीपावली से पहले काशी के घाटों पर दिखी यह झलक बताती है कि बनारस में भक्ति, संगीत और संस्कृति एक साथ सांस लेते हैं।