यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज में सभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने अतीक अहमद का नाम लिए बिना उसके द्वारा किए गए बुरे कामों को जनता के सामने रखा।
प्रयागराज: माफिया अतीक अहमद की हत्या के बाद यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ प्रयागराज पहुंचे हैं। यहां उन्होंने निकाय चुनाव को लेकर सभा को संबोधित किया। यह जनसभा लीडर मैदान में हो रही है जहां पर भारी संख्या में भाजपा समर्थक पहुंचे हुए हैं।
'कुछ लोगों ने प्रयागराज को बनाया था अन्याय और अत्याचार का शिकार'
सीएम योगी ने कहा कि इस भौतिक जगत में न्याय पाने के लिए पूरे प्रदेश की जनता 25 करोड़ की जनता इसी प्रयागराज में आती है। रामचरितमानस में संत तुलसीदास ने कहा है कि कर्म प्रधान विश्व करी राखा, जो तस करहीं सो तस फल चाखा। यह पंक्तियां आज भी प्रासंगिक है। यह पंक्तियां कर्म प्रधान व्यवस्था का मार्गदर्शन करती हुई नजर आती है। जिस प्रयागराज ने हजारों वर्षों से मानव कल्याण का मार्ग प्रशस्त किया, कुंभ हो या माघ मेला, करोड़ो श्रद्धालु संगम में डुबकी लगाकर जन्म और जीवन को धन्य करता है। जहां पर अन्याय और अत्याचार से पीड़ित आकर न्यायालय की शरण में आकर न्याय प्राप्त करता है। कुछ लोगों ने उस प्रयागराज की धरती को अन्याय और अत्याचार का शिकार बना दिया था। लेकिन यह प्रकृति न किसी पर अत्याचार करती है और न किसी के अत्याचार को स्वीकार करती है। सबका हिसाब बराबर करके रख देती है। यह हमारा सौभाग्य है 2019 में कुंभ को डबल इंजन की सरकार को यूनिक इवेंट के तौर पर प्रस्तुत करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ था।
'प्रयागराज की धरती नहीं करती सात्विक प्रवृत्ति को निराश'
चुनावी सभा में सीएम योगी ने कहा कि प्रयागराज कभी निराश नहीं करता। यह प्रयागराज की धरती सात्विक प्रवृत्ति को निराश नहीं करती है। इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं जानता हूं की आपका आशिर्वाद यहां भाजपा प्रत्याशी को प्राप्त होगा। इन्हें जब भाजपा ने अवसर दिया कि हम सामान्य कार्यकर्ता को प्रत्याशी बनाकर उतार रहे हैं। प्रयागराज का एक-एक कार्यकर्ता उन्हें महापौर मानकर चुनाव लड़ाने की दिशा में काम कर रहा है। जिस कार्यकर्ता ने संगठन के लिए जीवन समर्पित किया है उसके लिए सभी लोग मिलकर काम करते हैं तो यह नए कार्यकर्ताओं के सृजन का काम होता है। भाजपा नए कार्यकर्ताओं को जोड़ने की पार्टी है और यही भाजपा का लोकतंत्र भी है। सीएम ने कहा कि आज हमारे नगर सेफ सिटी हो रहे हैं। आज युवाओं के हाथों में तमंचा नहीं है क्योंकि उन्हें तमंचे का दुष्परिणाम पता है। आज उनके हाथ में टैबलेट है और यह टैबलेट उसके टैलेंट को टेक्नोलॉजी से जोड़ेगा।
अतीक-अशरफ हत्याकांड: गैंगस्टर रोहित मोई से भी पूछताछ कर सकती है पुलिस की टीम