सीबीआई के अधिकारियों ने एलडीए के अधिकारियों से अंसल मामले में कई घंटों तक पूछताछ की। पूछताछ के दौरान कई अहम बाते सामने आई हैं। सिंचाई विभाग की जमीन पर अंसल ने पार्क और सड़क का निर्माण करवाया।
लखनऊ: सीबीआई ने सिंचाई विभाग की जमीन पर अंसल बिल्डर की ओर से किए गए कब्जे मामले की जांच शुरू कर दी है। सोमवार को इसको लेकर सीबीआई के द्वारा एलडीए के 3 अधिकारियों से 8 घंटे तक पूछताछ की गई। सीबीआई के द्वारा एलडीए से अंसल बिल्डर की टाउनशिप के नक्शों व लाइसेंस से जुड़े कागजात भी कब्जे में लिए गए हैं। इसी के साथ भूमि अधिग्रहण को लेकर विभिन्न हिस्सों के पास हुए लेआउट भी ले लिए गए हैं।
सिंचाई विभाग की जमीन पर बनाई पार्क और सड़क
गौरतलब है कि पिछले दिनों हाईकोर्ट के द्वारा सिंचाई विभाग की जमीन आवंटन मामले में प्राथमिक जांच को लेकर आदेश दिया गया था। अंसल एपीआई के द्वारा जिस जमीन पर कब्जा कर प्लाटिंग कर दी गई है वह जमीन सिंचाई विभाग की नहर की जमीन है। लोगों को प्लॉट के आवंटन के साथ ही कई जगहों पर पार्क और कुछ जगहों पर सड़क को विकसित कर दिया गया। ऐसे ही तकरीबन 54 भूखंड भी सिंचाई विभाग की जमीन पर आवंटित कर दिए गए।
एलडीए के इंजीनियर भी रहे साथ में मौजूद
आपको बता दें कि सिंचाई विभाग की जमीन पर ही सिटी मांटेसरी स्कूल का भी कुछ हिस्सा बना हुआ है। मामले में हाईकोर्ट के आदेश के बाद जांच शुरू हुई है। सीबीआई की ओर से जारी जांच के दौरान डिप्टी एसपी संदीप पांडेय के द्वारा एलडीए के दस्तावेज, फाइल तलब की गई। इसी कड़ी में एलडीए तहसीलदार शशि भूषण पाठक अंसल एपीआई की टाउनशिप से जुड़े हुए तमाम कागजात लेकर सीबीआई के सामने पहुंचे। इस दौरान उनके साथ में एलडीए के कुछ इंजीनियर भी मौजूद थे। सीबीआई के द्वारा भूमि के अर्जन के साथ ही पिछले सालों में प्राधिकरण की ओर से पास किए गए नक्शे की प्रतियां भी मांगी गई थी। तमाम दस्तावेज लेकर अधिकारी सीबीआई के नवल किशोर रोड कार्यालय पर पहुंचे थे। यहां एलडीए के अधिकारियों से तकरीबन 8 घंटे तक पूछताछ की गई।