सरदार पटेल की पुण्यतिथि पर CM योगी की श्रद्धांजलि, बोले- 'वर्तमान भारत के शिल्पी थे लौहपुरुष'

Published : Dec 15, 2025, 03:46 PM IST
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सार

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरदार वल्लभभाई पटेल की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने रियासतों के विलय, जूनागढ़-हैदराबाद और कश्मीर मुद्दे पर पटेल के योगदान को याद करते हुए उन्हें आधुनिक भारत का शिल्पी बताया।

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आधुनिक भारत के शिल्पकार और भारत रत्न लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की और उनके व्यक्तित्व व कृतित्व पर विस्तार से प्रकाश डाला।

सीएम योगी ने कहा कि सरदार पटेल का नेतृत्व अत्यंत यशस्वी था और यदि उन्हें अधिक समय मिला होता तो वे देश के लिए और भी बहुत कुछ कर सकते थे। देश का दुर्भाग्य है कि 15 दिसंबर 1950 को उनका नश्वर शरीर पंचतत्व में विलीन हो गया। उनकी स्मृतियां, सेवाएं और योगदान देश के इतिहास में चिरस्मरणीय अध्याय के रूप में दर्ज हैं।

वर्तमान भारत के शिल्पी के रूप में सदैव स्मरणीय रहेंगे लौहपुरुष

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात के करमसद गांव में एक सामान्य किसान परिवार में हुआ था। उन्होंने कठिन परिश्रम से उच्च शिक्षा प्राप्त की। उनका उद्देश्य केवल आजीविका के लिए विदेशी शासन की नौकरी करना नहीं था, बल्कि देश और दुनिया को समझकर अपनी ऊर्जा और प्रतिभा भारत माता की सेवा में समर्पित करना था।

उन्होंने आजादी के आंदोलन को नेतृत्व दिया और कई बार जेल की यातनाएं भी सहीं, लेकिन कभी भी अपने लक्ष्य से विचलित नहीं हुए। जब देश आजादी की ओर बढ़ रहा था, तब उन्होंने भारत के विभाजन का पुरजोर विरोध किया।

567 रियासतों का भारत में विलय: सरदार पटेल का ऐतिहासिक योगदान

सीएम योगी ने कहा कि सरदार पटेल ने 567 रियासतों को एकजुट कर भारत गणराज्य का हिस्सा बनाने का ऐतिहासिक कार्य किया। यह कार्य असंभव प्रतीत होता था, लेकिन उनके दृढ़ संकल्प और नेतृत्व क्षमता ने इसे संभव बनाया। इसी कारण देश उन्हें वर्तमान भारत का शिल्पी मानता है और सदैव लौहपुरुष के रूप में उनका स्मरण करता रहेगा।

सरदार पटेल की सूझबूझ से भारत में शामिल हुईं जूनागढ़ और हैदराबाद

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आजादी के समय अंग्रेजों ने टू-नेशन थ्योरी लागू करते हुए देसी रियासतों को यह स्वतंत्रता दी थी कि वे भारत में शामिल हों, पाकिस्तान जाएं या स्वतंत्र रहें। अधिकांश हिंदू रियासतों ने भारत में शामिल होने का निर्णय लिया, लेकिन जूनागढ़ के नवाब और हैदराबाद के निजाम ने भारत में शामिल होने से इनकार कर दिया। सरदार पटेल की सूझबूझ और रक्तहीन क्रांति के माध्यम से जूनागढ़ और हैदराबाद को भारत का अभिन्न हिस्सा बनाया गया। अंततः जूनागढ़ के नवाब और हैदराबाद के निजाम को देश छोड़कर भागना पड़ा।

कश्मीर को लेकर पं. नेहरू की भूमिका पर सीएम योगी की टिप्पणी

सीएम योगी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर रियासत के भारत में विलय को लेकर असमंजस की स्थिति थी। उस समय पंडित जवाहरलाल नेहरू ने स्वयं पहल करने की बात कही और कश्मीर का विषय उनके हाथों में रहा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पं. नेहरू द्वारा कश्मीर को विवादित बनाने का कार्य किया गया, जिसके कारण आजादी के बाद लंबे समय तक कश्मीर भारत के लिए चुनौती बना रहा। उसी कश्मीर से उग्रवाद और अलगाववाद जैसी समस्याएं उत्पन्न हुईं।

धारा 370 हटाकर मोदी सरकार ने साकार किया लौहपुरुष का सपना

सीएम योगी ने कहा कि देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभारी है, जिन्होंने लौहपुरुष सरदार पटेल और डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के सपनों को साकार करते हुए धारा-370 को समाप्त किया। उन्होंने कहा कि “एक देश, एक प्रधान, एक विधान और एक निशान” के संकल्प को आगे बढ़ाकर कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग बनाया गया।

गृह मंत्री के रूप में सरदार पटेल के ऐतिहासिक कार्य

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गृह मंत्री के रूप में सरदार पटेल ने सोमनाथ मंदिर के पुनरुद्धार का मार्ग प्रशस्त किया। इसके साथ ही उन्होंने देश में विभिन्न विवादों के समाधान के लिए मजबूत तंत्र विकसित किया और भारत की प्रशासनिक सेवा को वर्तमान स्वरूप देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने दोहराया कि यदि सरदार पटेल को और समय मिला होता तो उनका योगदान और भी व्यापक होता, लेकिन उनकी स्मृतियां और सेवाएं सदैव देशवासियों को प्रेरित करती रहेंगी।

कार्यक्रम में अनेक जनप्रतिनिधि और गणमान्य लोग रहे उपस्थित

इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, महापौर सुषमा खर्कवाल, विधान परिषद सदस्य महेंद्र सिंह, अवनीश सिंह, पवन सिंह चौहान, लालजी प्रसाद निर्मल, उमेश द्विवेदी, विधायक ओपी श्रीवास्तव, आशीष सिंह ‘आशु’, भाजपा महानगर अध्यक्ष आनंद द्विवेदी, सरदार पटेल स्मृति समारोह समिति की अध्यक्ष राजेश्वरी देवी पटेल, महासचिव शशांक वर्मा सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

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