यूपी में बिजली कर्मचारियों की हड़ताल लगातार जारी है। इस बीच महराजगंज और कुशीनगर जनपद में कर्मचारियों और अधिकारियों के खिलाफ एक्शन भी देखने को मिल रहा है।
गोरखपुर: हड़ताल पर गए बिजली विभाग के कर्मचारियों पर निगम ने कार्रवाई शुरू कर दी है। इसी कड़ी में शनिवार की देर रात को महराजगंज के अधिशासी अभियंता प्रभात सिंह श्योरान, तीन उपखंड अधिकारी और पांच अवर अभियंता को निलंबित कर दिया गया। प्रभात सिंह श्योरान को मुख्य अभियंता बांदा कार्यालय से संबद्ध किया गया।
कुशीनगर में भी दिखा एक्शन
आपको बता दें कि इनके खिलाफ लखनऊ में एफआईआर दर्ज करवाई गई है। वहीं कुशीनगर के एक्सईएन समेत 25 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। जबकि काम न करने वाले 207 संविदाकार्मचारियों को बर्खास्त भी कर दिया गया है। महराजगंज में एसडीओ निचलौल अरविंद कुमार सिंह, आलोक कुमार गुप्ता और एसडीओ महराजगंज उपेंद्र नाथ चौरसिया व निचलौल जेई चंदन यादव, प्रकाश सिंह, शशिकांत गुप्ता, मनीष कुमार और पुष्कर उपाध्याय को निलंबित किया गया। निलंबन की अवधि के दौरान इन्हें आजमगढ़ मंडल से संबद्ध किया गया। जबकि कुशीनगर जनपद में बिजली आपूर्ति में बाधा डालने को लेकर पारेषण के एक्सईन देवेंद्र कुमार सिंह और टेक्नीशियन जय नारायण यादव पर एफआईआर दर्ज कराई गई है।
207 संविदाकर्मी बर्खास्त, गोरखपुर में भी बिजली गुल
इसके अतिरिक्त महराजगंज में 16, कसया में एक संविदाकर्मी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई है। जबकि बस्ती में काम में बाधा डालने के आरोप में तीन लाइनमैन को हिरासत में लिया गया है। वहीं 207 संविदाकर्मी बर्खास्त किए गए हैं। इन संविदाकर्मियों में कुशीनगर 167, देवरिया 24, गोरखपुर 14 और महराजगंज के 11 संविदाकर्मी शामिल हैं। गोरखपुर जनपद में भी शनिवार की रात को बिजली की व्यवस्था पटरी से उतरने लगी। यहां देर रात एफसीआई पारेषण उपकेंद्र बंद हो जाने के बाद पादरी बाजार और भटहट क्षेत्र में उपकेंद्र बंद हो गया। वहीं खाद कारखाना की कॉलोनियों में भी बिजली गुल हो गई। राजधानी लखनऊ में भी कई जगहों पर बिजली का संकट है। इसके चलते लोग अंधेरे में रहने को मौजूद है।