यूपी के एटा में झोलाछाप की दवा खाने के बाद मासूम की मौत का मामला सामने आया। मामले को लेकर पुलिस पड़ताल में जुटी हुई है। इस बीच झोलाछाप मौके से फरार है। उसकी तलाश की जा रही है।
एटा: जनपद के जैथरा कस्बे में झोलाछाप डॉक्टर के द्वारा मासूम को दवा दिए जाने केबदा उसकी तबीयत बिगड़ गई। हालत बिगड़ने के बाद मासूम की मौत भी हो गई। इस घटना को लेकर ग्रामीणों ने झोलाछाप की दुकान पर जाकर जमकर हंगामा किया और वह थाने भी पहुंचे। बताया गया कि झोलाछाप की दुकान को कुछ दिन पहले ही स्वास्थ्य विभाग के द्वारा सील किया गया था। हालांकि इसके बाद वह अहाते में लोगों का उपचार करने लगा। मामले में आरोपित के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया गया है।
रास्ते में ही हो गई मासूम की मौत
जैथरा क्षेत्र के गांव नगला भवानी बंजारन के निवासी सचिन कुमार के 18 माह के बेटे अनमोल को दस्त की शिकायत थी। इलाज के लिए शनिवार को उसे जैथरा मंडी के पास स्थित झोलाछाप अरविंद शाक्य के पास ले जाया गया। मृतक के ताऊ ने जानकारी दी कि मासूम को सिरप पिलाया गया और डॉक्टर ने उसे घर ले जाने को कहा। परिजन बच्चे को लेकर घर वापस आ ही रहे थे कि रास्ते में उसकी मौत हो गई। इस घटना के बाद जब परिजन फिर से बच्चे को लेकर झोलाछाप के पास पहुंचे तो वह मौके से फरार हो गया।
झोलाछाप के खिलाफ केस दर्ज कर तलाश जारी
घटना के बाद जमकर हंगामा देखने को मिला। पुलिस ने सभी को शांत करवाते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पुलिस मृतक बच्चे के पिता की तहरीर पर झोलाछाप के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा झोलाछाप की दुकान को भी सील कर दिया गया है। मामले को लेकर सीएमओ डॉ. उमेश कुमार त्रिपाठी ने जानकारी दी कि डिग्री और पंजीयन न होने के कारण क्लीनिक को सील किया गया था। मामले में विभागीय जांच जारी है। वहीं इस घटना के बाद मासूम के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।