मिर्ची की खेती ने किसान को बनाया लखपति! इस एक आईडिया ने बदल दिया जीवन!

Published : Jan 17, 2025, 12:06 PM IST
green chilli farming

सार

गाजीपुर के किसान दिवाकर राय ने मिर्च की खेती से 35 लाख रुपये कमाकर नया कीर्तिमान स्थापित किया है। नौकरी छोड़कर खेती में उतरे दिवाकर ने आधुनिक तकनीक और सूझबूझ से यह कारनामा कर दिखाया।

गाजीपुर। खेती किसानी को कुछ लोग घाटे का काम मानते हैं, लेकिन गाजीपुर के एक किसान ने इस धारणा को गलत साबित कर दिया है। सूझबूझ और आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर उन्होंने मिर्च की खेती से लाखों रुपये कमाए हैं। जी हां, हम बात कर रहे हैं गाजीपुर के भांवरकोल क्षेत्र के किसान दिवाकर राय की, जिन्होंने 12 बीघा में मिर्च की खेती कर 35 लाख रुपये की शानदार कमाई की है। उन्होंने अपनी मेहनत और नवीनतम तकनीकों के साथ एक कीर्तिमान स्थापित किया है।

नौकरी छोड़कर खेती की ओर बढ़े दिवाकर राय: मिर्च की खेती में नया प्रयोग

अक्सर कहा जाता है कि ‘सपने वही सच होते हैं जिनमें जान होती है।’ दिवाकर राय ने भी अपनी मेहनत और हौंसले से एक नया इतिहास रचा है। पहले निजी कंपनी की नौकरी छोड़कर खेती की ओर रुख करने वाले दिवाकर राय ने मिर्च की खेती में न केवल नई तकनीकों का इस्तेमाल किया, बल्कि 12 बीघा में मिर्च उगाकर लाखों रुपये की कमाई की।

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दिवाकर राय का कहना है कि मिर्च की खेती में आमतौर पर किसान जब मिर्च तैयार करते हैं तो उसकी कीमत गिर जाती है, जिससे उन्हें अच्छा मुनाफा नहीं मिल पाता। ऐसे में उन्होंने मिर्च की खेती एक महीने पहले शुरू करने का फैसला किया और जून की तपती धूप में देशी जुगाड़ से नेटशेड लगाकर नर्सरी डाली। यह प्रयोग सफल रहा और 3 जून को डाली गई नर्सरी से 26 जुलाई को मिर्च के पौधे लगाए गए, जो अक्टूबर के पहले सप्ताह में तैयार हो गए।

तीन महीने में लाखों की कमाई: खेती में नए प्रयोग का फायदा

दिवाकर राय ने अपनी खेती की तकनीक साझा करते हुए बताया कि उन्होंने मिर्च की पहली तोड़ाई अक्टूबर के पहले सप्ताह में की, जब मिर्च का बाजार मूल्य लगभग 100 रुपये प्रति किलो था। इस दौरान, उनके 12 बीघे के खेत में 15 क्विंटल प्रति एकड़ की पैदावार से 11 लाख रुपये की मिर्च हुई। दूसरी तोड़ाई 30 अक्टूबर से 17 नवंबर के बीच हुई, जिसमें मिर्च का मूल्य 72 से 91 रुपये प्रति किलो था, और पैदावार 40 क्विंटल प्रति एकड़ थी, जिससे उन्हें 10 लाख रुपये की आमदनी हुई। तीसरी तोड़ाई 27 दिसंबर से शुरू हुई और 75 क्विंटल प्रति एकड़ की दर से मिर्च बेचने से लगभग आठ लाख रुपये की आय हुई।

अभी भी उनके खेत में करीब 250 क्विंटल मिर्च पड़ी हुई है और वे आशा करते हैं कि अगर मौसम ने साथ दिया और उचित प्रबंधन किया गया तो अप्रैल तक मिर्च का उत्पादन जारी रहेगा।

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