
गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि धर्मशाला बाजार से पांडेयहाता तक बन रहे विरासत गलियारा प्रोजेक्ट से किसी भी दुकानदार का नुकसान नहीं होने दिया जाएगा। जिन दुकानदारों की दुकानें गलियारे के दायरे में पूरी तरह आ गई हैं या जिनकी दुकानें बहुत छोटी हो गई हैं, उन्हें नए कामर्शियल कॉम्प्लेक्स में दुकानें दी जाएंगी। इसके लिए सीएम ने गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) और नगर निगम के अधिकारियों को आवश्यक तैयारी करने के निर्देश दिए हैं।
मंगलवार शाम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टीपी नगर चौक से पैडलेगंज मार्ग पर बन रहे सिक्सलेन फ्लाईओवर का निरीक्षण करने के बाद विरासत गलियारा प्रोजेक्ट का जायजा लिया। उन्होंने लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के अधिकारियों को काम की गति बढ़ाने और गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। उन्होंने चेतावनी दी कि गुणवत्ता में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
सीएम योगी सबसे पहले पांडेयहाता चौराहा पहुंचे। शिवम टॉवर के पास ड्रॉइंग मैप देखने के बाद उन्होंने कहा कि परियोजना में आने वाले सभी मकानों और दुकानों का मुआवजा हर हाल में दिया जाए। कोई भी व्यक्ति मुआवजे से वंचित नहीं रहना चाहिए। जिनकी दुकानें पूरी तरह टूट गई हैं या बहुत छोटी रह गई हैं, उनके लिए जीडीए या नगर निगम द्वारा नया कॉम्प्लेक्स बनाकर दुकानें उपलब्ध कराई जाएं। उन्होंने मलबा निस्तारण, सड़क का स्लोप बेहतर करने और तारों को अंडरग्राउंड करने के भी निर्देश दिए।
घंटाघर पहुंचकर मुख्यमंत्री ने विरासत गलियारा और घंटाघर सुंदरीकरण प्रोजेक्ट की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि सड़क निर्माण का काम एक तरफ से लगातार किया जाए, ताकि दुकानदारों को अपनी दुकानों को व्यवस्थित करने में परेशानी न हो।
विरासत गलियारा के निरीक्षण के दौरान सीएम योगी हजारीपुर और जटाशंकर चौराहा भी पहुंचे। उन्होंने निर्माण लेआउट देखा और निर्देश दिया कि सड़क निर्माण पूरी गुणवत्ता के साथ होना चाहिए। उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि गुणवत्ता या समय सीमा में कोई कमी पाई गई तो जिम्मेदार अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जटाशंकर चौराहा पर सीएम योगी ने पथ प्रकाश (स्ट्रीट लाइट) लगाने, सड़क का स्लोप ठीक रखने, और नालों पर समतल स्लैब डालकर फुटपाथ बनाने के निर्देश भी दिए।
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