ग्रेटर नोएडा के घर में टॉयलेट सीट फटी, युवक 35% झुलसा - जानिए क्या हुआ?

Published : May 16, 2025, 06:46 AM IST
Toilet Seat Explodes

सार

ग्रेटर नोएडा के एक घर में टॉयलेट सीट बनी 'धमाके का ज़रिया'! फ्लश दबाते ही जोरदार विस्फोट और आग की लपटों में झुलस गया युवक। क्या मीथेन गैस बनी वजह या कुछ और? इस चौंकाने वाली घटना के पीछे छिपा है ऐसा राज़, जो आपको हैरान कर देगा!

Greater Noida Toilet Blast: ग्रेटर नोएडा के सेक्टर 36 में एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है, जहाँ वेस्टर्न टॉयलेट सीट फटने से 20 वर्षीय युवक आशु करीब 35 प्रतिशत झुलस गया। यह हादसा शनिवार दोपहर लगभग 3 बजे हुआ, जब आशु अपने घर के बाथरूम में गया था और जैसे ही उसने फ्लश बटन दबाया, वहां अचानक जोरदार धमाका हुआ और आग लग गई।

घटना का स्थान और समय: सेक्टर 36, ग्रेटर नोएडा

शनिवार दोपहर करीब 3 बजे, ग्रेटर नोएडा के सेक्टर 36 में एक सामान्य-सी दिखने वाली टॉयलेट सीट ने ऐसा रूप लिया जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी। 20 वर्षीय युवक आशु के साथ जो हुआ, उसने पूरे मोहल्ले को दहशत में डाल दिया।

फ्लश बटन दबाते ही धमाका, टॉयलेट से निकली आग

आशु बाथरूम में गया और जैसे ही उसने वेस्टर्न टॉयलेट का फ्लश बटन दबाया, उसी पल तेज धमाका हुआ और आग की लपटें निकलने लगीं। परिवार वालों के मुताबिक, विस्फोट इतना ज़ोरदार था कि बाथरूम की दीवारें तक हिल गईं और कुछ चीजें टूट गईं।

युवक की हालत गंभीर, चेहरे और शरीर पर गंभीर जलन

धमाके के बाद आशु बुरी तरह झुलस गया। उसे तत्काल GIMS (गवर्नमेंट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज) अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने बताया कि वह 35 प्रतिशत जल चुका है। चेहरे, हाथ और छाती पर सबसे ज़्यादा चोटें आई हैं। फ़िलहाल वह ICU में इलाजरत है।

कोई मोबाइल या इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस नहीं था – परिवार का दावा

परिवार ने स्पष्ट किया कि हादसे के समय आशु के पास कोई मोबाइल, वायरलेस डिवाइस या गैजेट नहीं था। उन्होंने कहा कि घर की सभी इलेक्ट्रॉनिक चीजें जैसे AC, स्विचबोर्ड, वॉटर हीटर आदि भी सामान्य रूप से काम कर रहे थे।

क्या मीथेन गैस बनी विस्फोट की वजह?

परिवार और स्थानीय लोगों का मानना है कि इस हादसे के पीछे मीथेन गैस का जमाव कारण हो सकता है। क्षेत्र के निवासी हरिंदर भाटी ने बताया कि सेक्टर 36 की पुरानी और जाम सीवरेज लाइनें कई घरों में बदबू और गैस रिसाव का कारण बनती हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, जब टॉयलेट में मीथेन गैस जमा हो जाती है, तो हल्की सी चिंगारी भी विस्फोट का कारण बन सकती है।

सीवरेज सिस्टम की जांच में भी नहीं मिला सुराग

हादसे के बाद ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की टीम मौके पर पहुंची और सीवेज व्यवस्था की जांच की। अधिकारियों ने बताया कि क्षेत्रीय सीवेज सिस्टम में किसी तरह की गड़बड़ी नहीं मिली है। अब शक घर के इंटरनल ड्रेनेज सिस्टम पर जा रहा है।

सवाल – घर में टॉयलेट बम कैसे बन गया?

यह घटना सिर्फ एक तकनीकी खराबी नहीं, बल्कि सुरक्षा और स्वच्छता को लेकर बड़ा सवाल बन गई है। लोग हैरान हैं कि एक घर के बाथरूम में गैस जमा हो सकती है, और ऐसी भीषण घटना घट सकती है।

इलाके में दहशत, लोग करवा रहे अपने टॉयलेट की जांच

घटना के बाद पूरे मोहल्ले में अफरा-तफरी का माहौल है। कई लोगों ने अपने घर के बाथरूम और सीवरेज चेंबर की खुद से जांच शुरू कर दी है, कुछ ने प्राइवेट प्लंबर भी बुला लिए हैं।

निवासियों की मांग – हो गहन जांच और सुधार

स्थानीय लोग सीवरेज सिस्टम की पुर्नजांच, मीथेन रिसाव की रोकथाम और बाथरूमों में गैस डिटेक्टर लगाने की मांग कर रहे हैं। वे चाहते हैं कि भविष्य में किसी और के साथ ऐसा हादसा न हो।

कैसे बरतें अपने घर में सावधानी?

  1. नियमित रूप से ड्रेनेज की सफाई करवाएं
  2. बंद टॉयलेट में लंबे समय तक गैस जमाव से बचें
  3. बाथरूम में वेंटिलेशन या एग्जॉस्ट फैन जरूर लगवाएं
  4. शक होने पर सीवरेज लाइन की गैस जांच करवाएं

PREV

उत्तर प्रदेश में हो रही राजनीतिक हलचल, प्रशासनिक फैसले, धार्मिक स्थल अपडेट्स, अपराध और रोजगार समाचार सबसे पहले पाएं। वाराणसी, लखनऊ, नोएडा से लेकर गांव-कस्बों की हर रिपोर्ट के लिए UP News in Hindi सेक्शन देखें — भरोसेमंद और तेज़ अपडेट्स सिर्फ Asianet News Hindi पर।

Recommended Stories

UP में कोडीन कफ सिरप पर सबसे बड़ी कार्रवाई: 128 FIR, हजारों बोतलें जब्त, एसआईटी गठित
सावधान! काशी विश्वनाथ मंदिर में इस तरह हो रही थी अवैध वसूली, 7 लोग पकड़े गए