हाथरस हादसे पर लेटेस्ट अपडेट: घटनास्थल पर CM योगी, आरोपियों पर शिकंजा कसने की तैयारी, जानें पूरी बात

उत्तर प्रदेश के हाथरस (Hathras) में बीते मंगलवार (2 जुलाई) को भोले बाबा नारायण साकार हरि (Bhole Baba Narayan Saakar Hari) के सत्संग (Satasang) के दौरान भगदड़ मच गई थी। इस दौरान करीब 121 लोगों की मौत हो गई थी।

sourav kumar | Published : Jul 3, 2024 5:10 AM IST / Updated: Jul 04 2024, 07:36 PM IST

Hathras Bhagdag Ka Update:  UP हाथरस में बीते मंगलवार (2 जुलाई) को भोले बाबा नारायण साकार हरि के सत्संग मे भगदड़ मच गई । इसमें करीब 121 लोगों की मौत हो गई, जबकि 150 से ज्यादा लोग घायल हो गए।  हादसे के बाद भोले बाबा उर्फ नारायण साकार हरि को जल्द ही गिरफ्तार किए जाने की संभावना है। भोले बाबा के सत्संग का आयोजन फुलराई गांव में किया गया था, जहां लाखों श्रद्धालु पहुंचे हुए थे। बाबा के जाने के बाद भगदड़ मच गई। लोग बुरी तरह से कुचले गए। घटना के बाद यूपी सरकार एक्शन में दिख रही है।  मुख्यमंत्री योगी अदियानाथ (Yogi Adityanath) ने जिम्मेदार लोगों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया है। खुद मुख्यमंत्री योगी घटनास्थल आज घटनास्थल पर पहुंचे।

रिपोर्ट के मुताबिक बाबा भोले, जिनका मूल नाम सूरज पाल है। वो फुलराई गांव से लगभग 100 किलोमीटर दूर मैनपुरी में अपने आश्रम में हैं। उन्हें गिरफ्तार करने की तैयारी शुरू कर दी गई है। इस दौरान कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारी हाथरस भगदड़ स्थल पर पहुंचे हैं, जबकि अन्य बाबा के आश्रम राम कुटीर चैरिटेबल ट्रस्ट में हैं। आश्रम में पुलिसकर्मियों के अलावा बड़ी संख्या में उनके भक्त लोग भी मौजूद है। वहीं हाथरस में भगदड़ वाली जगह पर फॉरेंसिक यूनिट और डॉग स्क्वायड मौजूद है। इसके अलावा Uttar Pradesh Provincial Armed Constabulary (PAC), , National Disaster Response Force (NDRF) और State Disaster Response Force (SDRF) की टीमें भी मौजूद हैं।

भगदड़ में मरने वालों के लिए मुआवजे की घोषणा

हाथरस भगदड़ में मरने वालों के लिए यूपी सरकार ने मुआवजे की घोषणा की है। जानकारी के मुताबिक मृतकों के परिवारों के लिए 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे। इस भगदड़ में जिन 121 लोगों की मौत हुई है जिसमें 100 से अधिक महिलाएं शामिल है और 7 से ज्यादा बच्चे शामिल है।

कैसे हुई हाथरस सत्संग में भगदड़  

सत्संग में शामिल हुई एक महिला ने कहा कि जैसे ही भीड़ हटने लगी तो भगदड़ मच गई। इसके अलावा अधिकारियों ने कहा कि सत्संग के बाद भक्त स्वयं गुरु के पैर छूने के लिए दौड़ पड़े, जिससे एक छोटे से क्षेत्र में बड़ी भीड़ जमा हो गई। सत्संग में उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों के साथ ही पड़ोसी राज्यों से भी श्रद्धालु आये थे। घटना की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया गया है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बयान

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि मामले में जांच करने वाले पैनल का नेतृत्व आगरा के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक और अलीगढ़ के आयुक्त करेंगे। अधिकारियों ने कहा कि हाथरस में 'सत्संग आयोजकों' के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। FIR के मुताबिक, 80,000 लोगों के लिए अनुमति दी गई थी लेकिन कार्यक्रम में 2.5 लाख से ज्यादा श्रद्धालु शामिल हुए। FIR के मुताबिक आयोजनकर्ता समेत बाबा पर नए कानून के मुताबिक धारा 105 (गैर इरादतन हत्या), 110 (गैर इरादतन हत्या करने का प्रयास), 126 (2) (गलत तरीके से रोकना), 223 (लोक सेवक द्वारा विधिवत आदेश की अवज्ञा), और 238 ( नई आपराधिक संहिता भारतीय न्याय संहिता (BNS) के सबूतों के गायब होने का कारण)। वहीं उत्तर प्रदेश सरकार ने हाथरस भगदड़ की घटना के बाद दो हेल्पलाइन नंबर - 05722227041 और 05722227042 - लॉन्च किए हैं।

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