यूपी के गांवों ने भी लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने को लेकर लगातार तैयारी जारी है। इसी कड़ी में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने मोबाइल मेडिकल यूनिट को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
लखनऊ: अब यूपी के गांवों ने भी आमजनों को तुरंत इलाज मिलेगा। घर बैठे रोगियों को चिन्हित कर उन्हें बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। सोमवार को डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने द हंस फाउन्डेशन की ओर से संचालित मोबाइल मेडिकल यूनिट को राज्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संस्थान परिसर में हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान वहां आशाओं को स्मार्ट फोन का वितरण भी किया गया। इसी के साथ प्रशासनिक नियमावलियों से संबंधी पुस्तिकाओं का विमोचन भी हुआ।
निःशुल्क सामान्य ओपीडी और प्राथमिक जांच की होगी सुविधा
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक की ओर से जानकारी दी गई कि प्रदेश के 10 जनपद प्रयागराज, वाराणसी, चंदौली, चित्रकूट, सोनभद्र, सिद्धार्थनगर, बहराइच, फतेहपुर, बलरामपुर और श्रावस्ती में इस सेवा की शुरूआत की गई है। बताया गया कि इन इकाइयों में चिकित्सक, फार्मासिस्ट, एएनएम, लैब टेक्नीशियन आवश्यक उपकरण और दवाओं के साथ उपलब्ध रहेंगी। 74 मोबाइल मेडिकल इकाइयों के संचालन की शुरुआत की गई है। इन वाहनों में उपलब्ध संसाधनों के द्वारा रोजाना दो ग्राम पंचायतों ने निशुल्क सामान्य ओपीडी और प्राथमिक जांच सेवाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। इसी के साथ गंभीर बीमारियों को चिन्हित करने का काम भी किया जाएगा।
आशाओं को वितरित किए गए स्मार्ट फोन
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने बताया कि 81 हजार 811 आशाओं और 7713 शहरी आशाओं को स्मार्ट फोन का वितरण किया जा चुका है। पहले ही 85,248 ग्रामीण आशाओं और 4776 शहरी आशाओं को स्मार्टफोन का वितरण किया जा चुका है। पास में स्मार्ट फोन होने से आशाएं अपने क्षेत्र के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने में सहयोग प्रदान कर सकती हैं। कार्यक्रम के दौरान डिप्टी सीएम ने चार प्रशासनिक नियमावलियों से संबंधी पुस्तिकाओं, अनुशासनिक कार्यवाही पर जांच अधिकारियों के लिए निर्देशिका, चिकित्साधिकारियों के लिए पथ-प्रदर्शिका आदि पुस्तिका का विमोचन भी किया गया। वहीं मोबाइल मेडिकल यूनिट रवाना करने की सरकार की पहल को लेकर लोगों ने कहा कि इससे ग्रामीण क्षेत्रों में काफी लाभ मिलेगा।
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