कहते हैं कि कभी पुलिसवालों से लेकर डकैत तक मड़फा पंचमुखी महादेव मंदिर में जलाभिषेक करते थे। चित्रकूट का घना जंगल कई बड़े डाकुओं की शरण स्थली रहा है। कहा यहां तक जाता है कि डकैती से पहले डाकू भगवान शिव के आगे मत्था टेकने आते थे। ददुआ, ठोकिया, बबली और गौरी यादव जैसे डाकू यहां आते रहे हैं।