बीजेपी शिक्षक MLC बाबूलाल तिवारी द्वारा झांसी के बेसिक शिक्षक सहकारिता विभाग के सहायक निबंधक अनूप कुमार द्विवेदी को धमकाने का एक वीडियो वायरल हो रहा है। बोलें-'तुम्हारा मुंह काला करके ऑफिस से बाहर निकाल देंगे।'
झांसी। बीजेपी शिक्षक MLC बाबूलाल तिवारी द्वारा झांसी के बेसिक शिक्षक सहकारिता विभाग के सहायक निबंधक (AR कोआपरेटिव) अनूप कुमार द्विवेदी को धमकाने का एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में वह एआर कोआपरेटिव को यह कहते हुए दिख रहे हैं कि 'तुम्हारा मुंह काला करके ऑफिस से बाहर निकाल देंगे।' जनप्रतिनिधियों से बदतमीजी करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने अधिकारी को खूब खरी-खोटी सुनाई।
बीजेपी MLC बाबूलाल तिवारी शिक्षकों के प्रदर्शन के समय पहुंचे
दरअसल, शुक्रवार सुबह तकरीबन 11 बजे विकास भवन स्थित सहकारिता विभाग के कार्यालय में 30-40 शिक्षक पहुंच गए और उन्होंने सहायक निबंधक अनूप कुमार द्विवेदी को घेर लिया। शिक्षक, समिति के सचिव पद पर तैनाती को लेकर नाराज थे। शिक्षकों ने आरोप लगाया कि जिस व्यक्ति को सचिव के पद पर भेजा गया है। उस पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं। शिक्षक इस बात पर अड़े थे कि सचिव की तैनाती का आदेश वापस लिया जाए और सचिव की तैनाती के आदेश वापस लिए जाने के बाद ही शिक्षक वहां से हटे। उसी दौरान शिक्षक एमएलसी बाबूलाल तिवारी भी मौके पर पहुंचे थे।
वीडियो में ये बोलते दिख रहे हैं बीजेपी MLC बाबूलाल तिवारी
शिक्षक एमएलसी ने भी एआर कोआपरेटिव को जमकर लताड़ लगाई। वीडियो में वह एआर कोआपरेटिव अनूप कुमार द्विवेदी पर जनप्रतिनिधियों से बदतमीजी का आरोप लगाते हुए भी दिख रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक तो...आरोप है आप पर। मैं जनप्रतिनिधि, मैंने 10 बार मांग किया, आपने गुमराह करने का काम किया...तुमने किया वापस ले लिया। तुमने गलत किया था ना। मैं जब कह रहा था तो तुम सही गलत बता रहे थे मैंने ऐसा कर दिया मैंने ऐसा कर दिया…मैं झांसी में यहां से स्टूडेंट लीडर से...मुझे सब मालूम है...साल्यूशन यही है कि तुम्हारा यहां से मुंह काला करके निकाल दिया जाए। उसके बाद उन्होंने एआर कोआपरेटिव द्विवेदी पर सीएम योगी और पीएम मोदी को गाली देने का आरोप भी लगाया।
क्या है मामला?
बीते महीनों बेसिक शिक्षा परिषद कर्मचारी वेतनभोगी सहकारी समिति के चुनाव से पहले ही तत्कालीन सचिव उत्तम सिंह अनुपस्थित हो गए थे। नतीजतन, चुनाव नहीं हो पाए। उत्तम सिंह को सस्पेंड भी कर दिया गया। उनकी जगह रोहित यादव को तैनाती दी गई। पर उनकी भी नियुक्ति को फर्जी पाई गई। सचिव के रिक्त पद पर दो दिन पहले जिला सहकारी बैंक शाखा प्रबंधक संजीव सिंह की तैनाती की गई थी। बेसिक शिक्षा परिषद शिक्षकों का एक गुट इससे भड़क गया।