
कानपुर। जिस घर में बच्चों की हंसी गूंजनी चाहिए थी, वहां खून से सना सन्नाटा पसरा मिला। कानपुर के अरौल कस्बे से सामने आई यह घटना न सिर्फ दिल दहला देने वाली है, बल्कि कई अनसुलझे सवाल भी छोड़ गई है। 19 दिसंबर को एक सर्राफा व्यापारी ने अपने ही दो मासूम बेटों पर ईंट से हमला कर दिया और फिर खुद जहर खाकर आत्महत्या कर ली। इस त्रासदी ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया है।
हासिमपुर गांव निवासी 45 वर्षीय अजय कटियार उर्फ लालू बीते करीब दस वर्षों से अरौल कस्बे में ‘ओम ज्वेलर्स’ नाम से सर्राफा की दुकान चला रहा था। उसने कस्बे में ही मकान बनवाया था, जहां अपने दो बेटों 13 वर्षीय रुद्र और 7 वर्षीय शुभ के साथ रह रहा था। शुक्रवार को अजय ने अपने दोनों बच्चों पर ईंट से जानलेवा हमला कर दिया।
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इस दर्दनाक घटना को और भी रहस्यमयी बनाती है अजय की पत्नी अलका की मौत। 19 दिसंबर 2022 को अलका की संदिग्ध परिस्थितियों में सीढ़ियों से गिरकर मौत हो गई थी। उस समय मायके पक्ष ने अजय पर ईंट से मारकर हत्या का आरोप लगाया था। मामला कानूनी प्रक्रिया तक पहुंचा, लेकिन बाद में समझौता हो गया। समझौते के तहत अजय ने अपनी पांच बीघा जमीन और अरौल स्थित मकान दोनों बेटों के नाम कर दिया था।
शुक्रवार को अजय के पिता राम शंकर अरौल पहुंचे तो उन्हें दुकान बंद मिली। जब वे घर पहुंचे, तो दरवाजा अंदर से बंद था। कई बार आवाज देने के बाद भी कोई जवाब नहीं मिला। आशंका होने पर उन्होंने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दरवाजा तोड़ा तो अंदर का दृश्य देखकर सभी सन्न रह गए।
घर के अंदर दोनों बच्चे खून से लथपथ पड़े मिले। छोटे बेटे शुभ की मौके पर ही मौत हो चुकी थी, जबकि बड़ा बेटा रुद्र गंभीर रूप से घायल अवस्था में मिला। उसे तत्काल एलएलआर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। वहीं अजय खुद भी फर्श पर अचेत पड़ा मिला।
पुलिस अजय को तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंची, लेकिन डॉक्टरों ने अजय और शुभ को मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और जांच शुरू कर दी गई।
पुलिस को घटनास्थल से एक सुसाइड नोट भी मिला है। नोट में अजय ने लिखा है, “बच्चे उतने ही पैदा करो, जितनी परवरिश कर सको। किसके सहारे छोड़ूं, इसलिए बच्चों को साथ ले जा रहा हूं।” इस नोट ने पूरे मामले को और भी भावुक और भयावह बना दिया है।
डीसीपी पश्चिम दिनेश त्रिपाठी के अनुसार, प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि अजय ने पहले फंदा लगाकर आत्महत्या का प्रयास किया था, लेकिन असफल होने पर उसने जहर पी लिया। आंगन में फंदा लटका मिला है, जबकि कमरे से खून से सनी ईंट और कीटनाशक की बोतल बरामद हुई है। आशंका है कि अजय ने पहले बच्चों पर हमला किया और फिर खुदकुशी कर ली।
स्थानीय लोगों का कहना है कि अजय लंबे समय से आर्थिक और पारिवारिक तनाव में था। पत्नी की मौत के बाद वह अकेले ही बच्चों की परवरिश कर रहा था। पुलिस पूरे मामले की गहन जांच कर रही है।
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Disclaimer: आत्महत्या किसी समस्या का हल नहीं है। अगर आपके मन में भी सुसाइड या खुद को चोट पहुंचाने जैसे ख्याल आ रहे हैं तो आप फौरन घर-परिवार, दोस्तों और साइकेट्रिस्ट की मदद ले सकते हैं। इसके अलावा आप इन हेल्पलाइन नंबरों पर कॉल करके भी मदद मांग सकते हैं। आसरा (मुंबई) 022-27546669, सुमैत्री (दिल्ली) 011-23389090, रोशनी (हैदराबाद) 040-66202000, लाइफलाइन 033-64643267 (कोलकाता)। स्पंदन (मध्य प्रदेश) 9630899002, 7389366696, संजीवनी: 0761-2626622, TeleMANAS 1-8008914416/14416, जीवन आधार: 1800-233-1250. मानसिक तनाव होने पर काउंसलिंग के लिए हेल्पलाइन नंबर 14416 और 1800 8914416 पर संपर्क कर घर बैठे मदद पा सकते हैं।
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