CM Yogi inaugurates New Terminal: कानपुर की 43 साल पुरानी मांग पूरी...कारोबार को मिली संजीवनी, पॉइंट्स में जानिए इसकी वजह
कानपुर के चकेरी हवाई अड्डे से अब 10 प्रमुख शहरों के लिए उड़ान की सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। आने वाले 6 महीने में शहरवासियों का यह सपना पूरा हो सकेगा। नया टर्मिनल भवन मौजूदा टर्मिनल भवन से 16 गुना बड़ा है। एयरपोर्ट पर अब तीन जहाजों की पार्किंग हो सकेगी।
Rajkumar Upadhyay | Published : May 26, 2023 3:35 AM IST / Updated: May 26 2023, 06:53 PM IST
कानपुर। यूपी के कानपुर के निवासियों की शुक्रवार को 43 साल मांग पूरी हो गई है। कानपुर हवाई अड्डे के नये टर्मिनल का शुक्रवार को सीएम योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने फीता काटकर उद्घाटन किया। नया टर्मिनल उड़ान के लिए तैयार है। यह टर्मिनल चकेरी एयरपोर्ट से ढाई किमी दूर मवइया में बना है। नया टर्मिनल पुराने एयरपोर्ट से 16 गुना ज्यादा बड़ा है। इस मौके पर सीएम योगी ने कहा कि नया टर्मिनल कानपुर के कारोबार को संजीवनी देगा। विदेशी खरीदार अब सीधे कानपुर आना ज्यादा पसंद करेंगे।
कानपुर एयरपोर्ट के नये टर्मिनल में सीएम योगी और सिंधिया ने देखी प्रदर्शनी
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उद्घाटन के तय समय से डेढ़ घंटे देरी से पहुंचे सीएम योगी और केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने नये टर्मिनल में लगी प्रदर्शनी देखी। शहर के निवासियों और व्यापारी 43 साल से नए कॉमर्शियल एयरपोर्ट की मांग कर रहे थे। अब कानपुर से बड़े शहरों की उड़ान शुरु होने से लखनऊ के अमौसी एयरपोर्ट पर कानपुर के लोगों की निर्भरता कम होगी। कार्यक्रम में सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्य मंत्री डॉ. वी. के. सिंह, विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना के अलावा औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी भी शामिल हुए।
कानपुर एयरपोर्ट के नये टर्मिनल की क्यों थी जरुरत?
कानपुर चमड़ा, कपड़ा और रक्षा संबंधी उत्पादन उद्योगों के लिए जाना जाता है।
जिले में कई ऐतिहासिक और पवित्र स्थान हैं।
आईआईटी कानपुर समेत बड़े शिक्षण संस्थान भी कानपुर में मौजूद हैं। जैसे-नेशनल शूगर इंस्टीट्यूट और यूपी लैदर एंड टैक्सटाइल टैक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट।
इनकी वजह से बड़ी संख्या में बड़े शहरों से लोग कानपुर के लिए हवाई यात्रा करते हैं।
अभी कानपुर मुंबई और बेंगलुरु एयरपोर्ट से कनेक्ट है।
इसी वजह से कानपुर को 'उत्तर प्रदेश का मैनचेस्टर' भी कहा जाता है।
नये टर्मिनल बिल्डिंग बनने के बाद कानपुर एयरपोर्ट की सुविधाओं का विस्तार हो गया है।
अब यहां से अन्य शहरों के लिए भी उड़ाने हो सकेंगी।
विदेशी व्यापारी भी सीधे कानपुर आ सकेंगे। जिसका कानपुर के व्यापार पर सकारात्मक असर पड़ेगा।
नये सिविल एन्क्लेव की 10 खास बातें
नया टर्मिनल भवन यानि सिविल एन्क्लेव मौजूदा टर्मिनल भवन से 16 गुना बड़ा है। इसकी लागत 150 करोड़ रुपये है।
मौजूदा टर्मिनल 50 यात्रियों को संभाल सकता है। उसकी अपक्षा नया टर्मिनल भवन पीक आवर्स में 400 यात्रियों को संभालने के लिए तैयार होगा।
यात्रियों की चेक-इन प्रक्रिया तेजी से पूरी हो सके। इसलिए 8 चेक-इन काउंटर होंगे। सामानों को रखने के लिए 3 कन्वेयर बेल्ट हैं। इनमें से 1 प्रस्थान हॉल और 2 आगमन हॉल में स्थित है।
यात्रियों की खरीददारी और भोजन के लिए 850 वर्ग मीटर में एक विशाल कंसेशिनेयर एरिया है।
दृष्टिबाधित यात्रियों की सुविधा का भी ध्यान रखा गया है। इसके लिए स्पर्श पथ का प्रावधान किया गया है।
यात्रियों की पार्किंग सुविधाओं का भी पूरा ख्याल रखा गया है। 150 कार और 2 बस पार्किंग स्थान हैं।
कानपुर एयरपोर्ट पर अब तीन जहाजों की पार्किंग हो सकेगी।
टर्मिनल बिल्डिंग की बनावट में कानपुर शहर और यहीं के प्रसिद्ध जेके मंदिर की वास्तुकला को दर्शाया गया है।
बिल्डिंग का अंदरूनी भाग की डिजाइन कपड़ा, चमड़ा उद्योग के साथ शहर की प्रसिद्ध हस्तियों कवि श्यामलाल गुप्ता और ऋषि महर्षि वाल्मीकि पर आधारित है।
टर्मिनल का डिजाइन इस तरह से किया गया है। ताकि कानपुर और यूपी की संस्कृति और विरासत की आगंतुकों को उसमें झलक दिख सके और उनके अंदर यह भावना जागृत हो सके।