कानपुर का ये मंदिर बरसात से पहले ही देता है संकेत, मंदिर के गर्भगृह में टपकने लगती हैं बूंदे, जानिए इस साल क्या?

Published : Jun 04, 2023, 10:39 PM ISTUpdated : Jun 04, 2023, 10:40 PM IST
dripping drop in jagannath temple is sign of mansoon

सार

यूपी के कानपुर जिले में भगवाना जगन्नाथ का एक ऐसा मंदिर है। जिसके गर्भगृह में टपकती बूंदे आने वाले मानसून के संकेत देती है। यह सुनकर आपको भले ही भरोसा न हो रहा हो। पर स्थानीय लोगों की यही मान्यता है।

कानपुर। यूपी के कानपुर जिले में भगवाना जगन्नाथ का एक ऐसा मंदिर है। जिसके गर्भगृह में टपकती बूंदे आने वाले मानसून के संकेत देती है। यह सुनकर आपको भले ही भरोसा न हो रहा हो। पर स्थानीय लोगों की यही मान्यता है। घाटमपुर के भीतरगांव विकास खंड के बेहटा बुजुर्ग गांव में यह प्राचीन मंदिर स्थित है।

जगन्नाथ मंदिर के शिखर पर लगा पत्थर बना अजूबा

मान्यताओं के मुताबिक, भगवान जगन्नाथ मंदिर के गर्भगृह के शिखर पर एक पत्थर लगा है। मानसून के समय उस पत्थर से पानी की बूंदे टपकनी शुरु हो जाती हैं। स्थानीय लोगों को हर साल उसी से मानसून के संकेत मिलते हैं। जून का महीना शुरु हो चुका है। बताया जा रहा है कि मंदिर पर लगे पत्थर से पानी की छोटी छोटी बूंदे टपकनी शुरु हो गई हैं। बूंदों के छोटे आकार को देखते हुए मानसून के भी कमजोर होने का अंदेशा जताया जा रहा है।

मई-जून की भीषण गर्मी में भी पसीजता है पत्थर

मान्यताओं की मानें तो गर्भगृह के शिखर पर लगे पत्थर मई-जून की भीषण गर्मी में भी पसीजना शुरु हो जाता है। मानसून आने के करीबन 20 दिन पहले ही पत्थर से बूंदे टपकने लगती है। यदि उन बूंदों का आकार काफी छोटा होता है तो उससे समझा जाता है कि इस बार मानसून कमजोर होगा और यदि बूंदों का आकार बड़ा होता है तो माना जाता है कि मानसून घनघोर बरसात करेगा। स्थानीय लोग बताते हैं कि यह पत्थर सिर्फ मानसून आने से पहले ही पसीजता है। बरसात के मौसम में सूख जाता है। यह मंदिर अपने आप में वैज्ञानिकों के लिए भी एक पहेली है।

क्या है मंदिर की खासियत?

  • गर्भगृह में भगवान जगन्नाथ, बलदाऊ के साथ सुभद्रा की काले पत्थर की मूर्तियां स्थापित।
  • मंदिर पुरातत्व विभाग से संरक्षित है।
  • मंदिर के निर्माण को लेकर अलग अलग मत।
  • गर्भगृह के अंदर की नक्काशी दूसरी और चौथी सदी की।
  • बौद्ध स्तूप शैली 11वीं सदी में निर्मित होने के संकेत देती है।
  • इसे मानसून मंदिर भी कहा जाता है।

PREV

उत्तर प्रदेश में हो रही राजनीतिक हलचल, प्रशासनिक फैसले, धार्मिक स्थल अपडेट्स, अपराध और रोजगार समाचार सबसे पहले पाएं। वाराणसी, लखनऊ, नोएडा से लेकर गांव-कस्बों की हर रिपोर्ट के लिए UP News in Hindi सेक्शन देखें — भरोसेमंद और तेज़ अपडेट्स सिर्फ Asianet News Hindi पर।

Recommended Stories

योगी सरकार की सशक्तिकरण नीति से सर्वोदय विद्यालय के छात्रों की राष्ट्रीय स्तर पर चमक
योगी सरकार की बाल श्रमिक विद्या योजना से 20 जिलों में 2000 बच्चों को मिलेगा लाभ