CM Yogi Adityanath Birthday: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का 5 जून यानी सोमवार को जन्मदिन है। हालांकि सीएम योगी का यह जन्मदिवस सन्यास लेने से पहले का है। इसलिए वह अपना जन्मदिन नहीं मनाते हैं। पर उनके समर्थक हवन-पूजन करके तो…
CM Yogi Adityanath Birthday: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का 5 जून यानी सोमवार को जन्मदिन है। हालांकि सीएम योगी का यह जन्मदिवस सन्यास लेने से पहले का है। इसलिए वह अपना जन्मदिन नहीं मनाते हैं। पर उनके समर्थक हवन-पूजन करके तो कहीं वृक्षारोपण और गरीबों को मिठाइयां व कपड़े बांटकर उनका जन्मदिन मनाते हैं। आपके मन में भी उनके जीवन यात्रा के तमाम पड़ावों को लेकर सवाल उठते होंगे कि उनकी गोरक्षपीठाधीश्वर ब्रहृमलीन महंत अवेद्यनाथ से कैसे मुलाकात हुई होगी? आइए सीएम योगी आदित्यनाथ के जन्मदिन के मौके पर जानते हैं, उनके स्टूडेंट से योगी बनने तक के सफर के बारे में।
जानिए योगी आदित्यनाथ के बचपन के बारे में
योगी आदित्यनाथ के बचपन का नाम अजय सिंह विष्ट था। उनका जन्म 5 जून 1972 को उत्तराखंड (तत्कालीन उत्तर प्रदेश) के पौड़ी गढ़वाल जिले के यमकेश्वर तहसील में स्थित पंचुर गाँव में हुआ था। उनके पिता आनन्द सिंह विष्ट फॉरेस्ट रेंजर थे और गढ़वाली क्षत्रिय परिवार से आते थे। 20 अप्रैल 2020 को उनका निधन हुआ। मॉं सावित्री देवी का उन्हें असीम प्यार मिला। सात बहन भाइयों में वह पांचवें नम्बर पर आते हैं। उनसे बड़ी तीन बहनें व एक भाई हैं। उनसे छोटे भी दो भाई हैं।
योगी आदित्यनाथ ने यहां से की शुरुआती पढ़ाई
उन्होंने साल 1977 में टिहरी के गजा के एक स्थानीय स्कूल में शुरुआती पढ़ाई की और साल 1987 में 10वीं पास की। साल 1989 में ऋषिकेश स्थित श्री भरत मन्दिर इण्टर कॉलेज से इंटरमीडिएट किया। ग्रेजुएशन की पढ़ाई के दौरान अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े और साल 1992 में श्रीनगर के हेमवती नन्दन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय से गणित में बीएससी की।
एबीवीपी के वर्कर के रूप एक्टिव रहते थे योगी आदित्यनाथ
योगी आदित्यनाथ विद्यार्थी परिषद के वर्कर के रूप में काफी एक्टिव रहते थे। अक्सर वाद—विवाद कम्पिटीशन में शामिल होते थे। बताया जाता है कि विद्यार्थी परिषद के किसी प्रोग्राम में गोरक्षपीठाधीश्वर महंत अवेद्यनाथ को चीफ गेस्ट के रूप में बुलाया गया था। उस कार्यक्रम में योगी आदित्यनाथ के अलावा देश भर से आए छात्र शामिल हुए थे। तमाम छात्रों ने अपनी बात भी रखी। पर जब योगी आदित्यनाथ ने अपना व्यक्तव्य दिया तो लोगों ने उनकी खूब तारीफ की। महंत अवेद्यनाथ उनके भाषण से इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने योगी आदित्यनाथ को अपने पास बुलाया और उनके बारे में पूछा। उन्होंने अपना निवास स्थान उत्तराखंड स्थित पंचूर गांव बताया। तब महंत अवेद्यनाथ ने उनसे मिलने आने के लिए कहा। कहा जाता है कि यहीं उनकी अपने गुरु महंत अवेद्यनाथ से पहली मुलाकात हुई।
अवेद्यनाथ से दीक्षा लेकर बन गए योगी आदित्यनाथ
महंत अवेद्यनाथ भी योगी के गांव से 10 किमी दूर स्थित एक गांव के रहने वाले थे। उसके बाद फिर योगी गोरखपुर आए और महंत अवेद्यनाथ से मिले। योगी गोरखपुर से एमएससी करना चाहते थे। पर उस समय उनके जीवन में एक ऐसा मोड़ आया। जिसका उनके जीवन पर दूरगामी प्रभाव पड़ा। योगी कोटद्वार में रहते थे। एक दिन कमरे से उनका सामान चोरी हो गया। उन सामानों में उनके प्रमाण पत्र भी थे। इसी वजह से उनका गोरखपुर से एमएससी करने का प्रयास सफल नहीं हो सका। फिर उन्होंने ऋषिकेश के ललित मोहन शर्मा कॉलेज में एमएससी में प्रवेश लिया। उसी समय राम मंदिर आंदोलन अपने चरम पर था। इसी बीच महंत अवेद्यनाथ बीमार पड़े तो योगी उनसे मिलने आएं और उसके बाद उन्होंने अवेद्यनाथ से दीक्षा लेकर अजय सिंह विष्ट से योगी आदित्यनाथ हो गए।