सपा विधायक इरफान सोलंकी को पेशी पर कड़ी सुरक्षा के बीच महाराजगंज जेल से कानपुर कोर्ट लाया गया है। शहर के जाजमऊ इलाके के आगजनी मामले में सोलंकी, उनके भाई रिजवान समेत 5 लोगों के खिलाफ सुनवाई हुई।
कानपुर: उत्तर प्रदेश के जिले कानपुर के जाजमऊ आगजनी मामले में सपा विधायक इरफान सोलंकी को पेशी पर कड़ी सुरक्षा के बीच महाराजगंज जेल से कानपुर कोर्ट लाया गया। इस मामले को लेकर एमपीएमएलए सेशन कोर्ट के विशेष न्यायाधीश सत्येंद्र नाथ त्रिपाठी की अदालत में शुक्रवार को सपा विधायक इरफान सोलंकी, उनके भाई रिजवान समेत पांच लोगों के खिलाफ सुनवाई शुरू हो हुई। इसके बाद उन्हें वापस भेज दिया गया।
विधायक ने प्रशासन पर लगाया गंभीर आरोप
समाजवादी पार्टी के विधायक इरफान सोलंकी ने पेशी पर आने के दौरान मीडिया से बात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि जुल्मी कब तक जुल्म करेगा सत्ता के गलियारों से जर्रा जर्रा गूंज उठेगा इंकलाब के नारों से। इसके साथ ही उन्होंने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि हमें मीडिया से बात करने नहीं दिया जा रहा है। अगर इस्तीफा चाहिए तो मैं देने को तैयार हूं। आगजनी के मामले में विधायक समेत रिजवान, मोहम्मद शरीफ, शौकत अली व इसराइल आटे वाला को कानपुर जेल से कोर्ट लाया गया। अभियोजन की ओर से एफआईआर दर्ज करने वाले एफआईआर लेखक संजीव कुमार को कोर्ट में गवाह के रूप में पेश किया गया।
कोर्ट ने तय की 20 मार्च की तारीख
न्यायालय में गवाही के दौरान बचाव पक्ष के अधिवक्ताओं सईद नकवी, करीम अहमद सिद्दीकी, मोहम्मद तौहीद, रविंद्र वर्मा ने जिरह भी की। वहीं अधिवक्ता प्राची श्रीवास्तव का कहना है कि मुकदमे की वादिनी नजीर फातिमा की भी गवाही होनी थी, लेकिन वह तबीयत ठीक न होने के कारण कोर्ट नहीं आ सकी। उसकी ओर से कोर्ट में एक प्रार्थना पत्र देकर अगली तारीख की मांग की गई है। उसके बाद कोर्ट ने 20 मार्च की तारीख नियत की है। इसके अलावा फर्जी आधार कार्ड से हवाई यात्रा करने के मामले में एमपी एमएलए लोअर कोर्ट में आज भी आरोप तय नहीं हो सके।
परिवार को परेशान करना बंद करो
कोर्ट में पेशी से वापस आने के दौरान परिवार से मिलने न देने पर इरफान का गुस्सा पुलिस पर फूट पड़ा। उन्होंने मीडिया के सामने इरफान ने अपना दर्द बयान करते हुए कहा कि मेरे परिवार को परेशान करना बंद कर दो.. जब मिलने नहीं देना, तो बुलाते क्यों हो। सरकार को अगर मेरा इस्तीफा चाहिए, तो मैं देने को तैयार हूं...लेकिन परिवार को परेशान करना बंद कर दो।
विधायक की पत्नी ने सरकार से लगाई मांफी की गुहार
इसके अलावा विधायक की पत्नी का कहना है कि इरफान को महाराजगंज जेल में बंद किया गया है। वहां जाओ तो काफी दूर से मिलने दिया जाता है। कोर्ट में आओ, तो मुलाकात नहीं करने दी जाती। एक एक हफ्ते में अदालत में पेशी हो रही है। बच्चों के बोर्ड के एग्जाम हैं। विधायक की पत्नी ने आगे कहा कि हम बच्चों को एग्जाम दिलवाएं या अपने पति से मिलने महाराजगंज और कोर्ट आएं। वहीं इरफान की पत्नी ने रो-रो कर सरकार से भी माफी की गुहार लगाई। उन्होंने कहा कि हम थक चुके हैं, हम टूट चुके हैं सरकार को हमारे आंसू दिखाई नहीं दे रहे हैं अब हमें माफ कर दिया जाए।
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