यूपी के लखीमपुर में मौत के 8 माह बाद शव को कब्र से निकलवाया गया। मृतक की मां ने इस मामले में हत्या का आरोप लगाते हुए कोर्ट में न्याय की गुहार लगाई थी। जिसके बाद पुलिस ने शव को निकलवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
लखीमपुर: यूपी के लखीमपुरखीरी में गांव में मजदूरी करने आए युवक की रहस्यमय मौत के बाद मृतक की मां ने कोर्ट की शरण ली। मां ने बताया कि उसकी तहरीर पर पुलिस द्वारा कार्रवाई न किए जाने के बाद उसने कोर्ट की शरण ली है। कोर्ट ने 8 माह बाद रिपोर्ट दर्ज कर शव का पोस्टमार्टम करवाने का आदेश दिया है। कोर्ट के इस आदेश के बाद पुलिस ने 7 आऱोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। इसी के साथ मजिस्ट्रेट की निगानी में शव को कब्र से निकाला गया और पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा गया।
8 माह पहले कमाने के लिए पंजाब गया था युवक
रेहरिया चौकी क्षेत्र के पडरी गांव के रहने वाली जसोदा ने पुलिस को सूचना दी कि उसके 20 वर्षीय पुत्र अजय कुमार को तकरीबन 8 माह पहले गांव के ही सचिन, नरवीर, टब्बा, विकास, आसाराम, रमेश और नरवीर अपने साथ लेकर गए थे। यह सभी मजदूरी के लिए उसे पंजाब लेकर गए थे। हालांकि वहां से आठवें दिन बेटे का शव वापस आया। मृत्यु का कारण पूछने पर भी किसी ने सही जवाब नहीं दिया। इसी के चलते पीड़िता ने मामले में पुलिस से शिकायत की और आरोपियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई की गुहार लगाई। हालांकि इस मामले में कोई भी एक्शन नहीं हुआ।
कोर्ट के आदेश पर निकाला गया शव, इंस्पेक्टर पर लगा गंभीर आरोप
पीड़िता ने बताया कि वह इस मामले में आला अधिकारियों के दफ्तरों के चक्कर काटकर थक चुकी हैं। इस मामले में वह लखनऊ भी गई लेकिन कोई फायदा नहीं हुई। इसी के चलते उसने कोर्ट की शरण ली। मामले में पुलिस ने अब नामजद आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। इसके बाद शव को परीक्षण के लिए कब्र से निकाला गया। मजिस्ट्रेट पंकज श्रीवास्वत की निगरानी में शव को सीओ अरविंद वर्मा, चौकी इंचार्ज अभिषेक पांड की मौजूदगी में निकलवाया गया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। मृतक के भाई सुखबीर ने क्राइम इंस्पेक्टर पर शव भेजने के लिए पैसे मांगने का आरोप भी लगाया है। वहीं इस आरोप को सीओ अऱविंद वर्मा की ओऱ से निराधार बताया गया।