
लखनऊ। पश्चिमी यूपी के कुख्यात माफिया मुख्तार अंसारी के करीबी संजीव माहेश्वरी जीवा हत्याकांड में एक नया एंगल सामने आया है। पड़ताल में पता चला है कि इस पूरे वारदात को प्लानिंग के तहत अंजाम दिया गया। मुंबई में डील हुई और एडवांस भी दिया गया। एक अनजान शख्स ने बहराइच में रिवॉल्वर दिया। राजधानी लखनऊ में भी एक अनजान शख्स ने ही मदद की। अब सवाल उठ रहा है कि वह अनजान शख्स आखिर कौन था?
बहराइच से लखनऊ तक विजय यादव ने की थी बस यात्रा
खबरों के मुताबिक शूटर विजय यादव के लखनऊ में रूकने की भी व्यवस्था की गई थी। संजय जीवा की हत्या से एक दिन पहले ही वह कैसरबाग बस अड्डे पहुंचा था। बहराइच से लखनऊ तक की यात्रा उसने बस से की थी। बहराइच में ही उसे मैग्नम अल्फा रिवॉल्वर दी गई थी। शक जताया जा रहा है कि वह रेकी के लिए पहले भी लखनऊ आया होगा। अब जिस शख्स ने उसे बहराइच में रिवॉल्वर दी और जिसने उसके लखनऊ में रूकने की व्यवस्था कराई। ये शख्स विजय के लिए अजनबी थी। फिलहाल, पुलिस के लिए भी ये शख्स पहेली बने हुए हैं।
सुनियोजित तरीके से शूटर विजय यादव को मिली मदद
शूटर विजय यादव ने संजीव जीवा की हत्या की, पर उसे जितने सुनियोजित तरीके से मदद मिली। यह तरीका आतंकी माड्यूल सा है। अनजान शख्स की मदद से वारदात को अंजाम दिया गया। बताया जा रहा है कि पुलिस शूटर विजय यादव की कस्टडी रिमांड के लिए अदालत में अर्जी देगी। उससे पूछताछ के लिए सवालों की सूची भी तैयार की गई है। उससे यही पूछा जाएगा कि अनजान लोग उससे कैसे कांटैक्ट करते थे। संजीव जीवा हत्याकांड के तार हरिद्वार के गैंगस्टर सुनील राठी से भी जुड़ने की बात सामने आ रही है। खबरों के मुताबिक राठी गैंग ने ही विजय को रिवॉल्वर उपलब्ध कराई थी। संजीवा जीवा के गुरु मुन्ना बजरंगी की हत्या में भी सुनील राठी का नाम सामने आया था। बताया जा रहा है कि पुलिस ने राठी से भी इस सिलसिले में पूछताछ की है।
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