
मायावती ने जिस तरह से अपने भतीजे आकाश आनंद को तीसरी बार पार्टी में वापस लाकर अहम जिम्मेदारी दी है वह बहुत कुछ साबित करता है। आकाश को एक बार फिर से वापस लाकर दूसरे नंबर की गद्दी सौंपना यह दिखता है कि आकाश मायावती की पसंद और मजबूरी दोनों ही हैं। मायावती अनकहे तौर पर उन्हें अपनी विरासत सौंपने जा रही हैं। कुछ ही माह पहले यह ऐलान हुआ था कि मायावती की सियासी विरासत किसी को नहीं मिलेगी और आकाश को उन्होंने पार्टी से बाहर तक का रास्ता दिखा दिया था। लेकिन उसके बाद फिर से सियासी समीकरणों में उन्हें आकाश की जरूरत नजर आ रही है। आकाश की जिस तरह से पार्टी में फिर से एंट्री हुई है और उन्हें मुख्य नेशनल कॉर्डिनेटर बनाया गया है उससे साफ है कि आकाश आनंद नंबर 2 हो चुके हैं। यानी मायावती के बाद वह पार्टी की जो चेन ऑफ कमांड है उसे संभालेंगे। आपको बता दें कि आकाश आनंद से किनारा करने के बाद बीते तकरीबन ढाई माह में बसपा को जो उठापटक के बाद नुकसान हुआ है उसकी भरपाई कर पाना मुश्किल है। माना जा रहा है कि आकाश आनंद की वापसी में उनके पिता आनंद कुमार की अहम भूमिका है।