जानें कैसे UP के इस शहर ने गढ़ी नेपाल की अंतरिम प्रधानमंत्री सुशीला कार्की की राह

Published : Sep 13, 2025, 01:33 PM IST
Nepal first woman interim Prime Minister

सार

Sushila Karki Varanasi Connection: नेपाल की पहली महिला अंतरिम प्रधानमंत्री सुशीला कार्की का वाराणसी से गहरा रिश्ता रहा है। बीएचयू से स्नातकोत्तर करने वाली कार्की राजशाही विरोधी आंदोलन से जुड़ीं और अब नेपाल के लोकतांत्रिक बदलाव की अगुवाई कर रही हैं।

नेपाल की पहली महिला अंतरिम प्रधानमंत्री बनीं सुशीला कार्की (73) का जीवन सफर वाराणसी से गहराई से जुड़ा रहा है। पूर्व मुख्य न्यायाधीश रहीं कार्की ने शुक्रवार रात शपथ लेकर नेपाल के इतिहास में नया अध्याय रचा। दिलचस्प बात यह है कि राजनीति और शिक्षा की नींव उन्होंने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में रहते हुए रखी थी।

बीएचयू से शुरू हुआ सफर, लोकतांत्रिक आंदोलन से गहरा रिश्ता

1975 में बीएचयू से राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर करने वाली सुशीला कार्की ने यहीं अपने जीवनसाथी दुर्गा प्रसाद सुबेदी से मुलाकात की। बीएचयू के राजनीति विज्ञान विभाग के पूर्व प्रोफेसर दीपक मलिक ने बताया कि उस दौर में वाराणसी नेपाल में राजशाही विरोधी आंदोलन का केंद्र था। सुशीला कार्की भी उसी आंदोलन से जुड़ीं और लोकतंत्र की लड़ाई में सक्रिय रहीं।

लेखक और बाद में नेपाल के प्रधानमंत्री बने बीपी कोइराला भी लंबे समय तक वाराणसी में सक्रिय रहे और नेपाली कांग्रेस के लिए काम करते रहे। प्रो. मलिक के अनुसार, कार्की ने उसी माहौल में लोकतांत्रिक मूल्यों को करीब से देखा और आगे चलकर राजनीति में मजबूत भूमिका निभाई।

यह भी पढ़ें: यूपी में बिजली कनेक्शन महंगा, स्मार्ट मीटर के साथ देना होगा 6 गुना ज्यादा पैसा?

प्रोफेसर ने दी शुभकामनाएँ, शपथ समारोह में प्रमुख हस्तियाँ शामिल

प्रोफेसर दीपक मलिक ने कहा, “नेपाल की अंतरिम प्रधानमंत्री के रूप में सुशीला कार्की का चयन देश के इतिहास में बड़ा कदम है। वह ईमानदार और सक्षम नेता हैं। मैं उन्हें बधाई देता हूं।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि नेपाल में युवा वर्ग भ्रष्टाचार और आर्थिक असमानता के मुद्दों को लेकर सरकार से जवाब मांग रहा है, और कार्की को इन पर ठोस कदम उठाने होंगे।

शुक्रवार रात राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने कार्की को पद की शपथ दिलाई। समारोह में नेपाल के मुख्य न्यायाधीश, वरिष्ठ सरकारी अधिकारी, सेना प्रमुख और विदेशी राजनयिक मौजूद थे। राष्ट्रपति पौडेल ने घोषणा की कि अंतरिम सरकार छह महीने के भीतर संसदीय चुनाव कराने के लिए जिम्मेदार होगी।

‘जेन जेड’ की सहमति से बनी अंतरिम प्रधानमंत्री

नेपाल में वर्ष 1997 से 2012 के बीच जन्मे युवाओं को ‘जेन जेड’ कहा जाता है। हाल के प्रदर्शनों में इन्हीं युवाओं की भूमिका अहम रही। राष्ट्रपति पौडेल, सेना प्रमुख और जेन जेड प्रतिनिधियों की बैठक के बाद सुशीला कार्की के नाम पर सहमति बनी और वह देश का नेतृत्व संभालने वाली पहली महिला अंतरिम प्रधानमंत्री बन गईं।

यह भी पढ़ें: UP Weather Update: उत्तर प्रदेश में मॉनसून का फिर सक्रिय! 15-17 सितंबर तक भारी बारिश का अलर्ट

PREV

उत्तर प्रदेश में हो रही राजनीतिक हलचल, प्रशासनिक फैसले, धार्मिक स्थल अपडेट्स, अपराध और रोजगार समाचार सबसे पहले पाएं। वाराणसी, लखनऊ, नोएडा से लेकर गांव-कस्बों की हर रिपोर्ट के लिए UP News in Hindi सेक्शन देखें — भरोसेमंद और तेज़ अपडेट्स सिर्फ Asianet News Hindi पर।

Read more Articles on

Recommended Stories

1 रुपये बोतल कमीशन से खड़ा हुआ करोड़ों का रैकेट, पुलिस ने किया बड़ा खुलासा
बांके बिहारी मंदिर में शॉल पर गिरी अंगूठी और बदल गया मन...भगवान की दुल्हन बन गई पिंकी शर्मा