
PM Modi Speech translated in Tamil with AI: पीएम नरेंद्र मोदी ने रविवार को वाराणसी में काशी तमिल संगमम 2.0 का उद्घाटन किया। काशी तमिल संगमम के उद्घाटन में उनके भाषण के ट्रांसलेशन में नया प्रयोग किया गया। तमिल समझने वाले दर्शकों के लिए भाषिनी के माध्यम से एक साथ AI आधारित तमिल अनुवाद किया गया। अपनी दो दिवसीय यात्रा पर पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी ने विभिन्न परियोजनाओं के उद्घाटन-शिलान्यास के अलावा कन्याकुमारी और वाराणसी के बीच चलने वाली काशी तमिल संगमम एक्सप्रेस ट्रेन को भी हरी झंडी दिखाई। समारोह में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और अन्य नेता शामिल हुए।
एआई का हुआ प्रयोग
प्रधानमंत्री मोदी ने काशी तमिल संगमम का उद्घाटन किया। उनके उद्घाटन भाषण के ट्रांसलेशन में एक नया प्रयोग किया गया। भाषिनी के माध्यम से एक साथ AI आधारित तमिल अनुवाद किया गया। पीएम मोदी ने कहा कि आप सभी यहां अतिथि के रूप में नहीं बल्कि मेरे परिवार के सदस्य के रूप में आए हैं। काशी तमिल संगम में आपका स्वागत है। आज यहां आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए नई तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा, मुझे उम्मीद है कि इससे आप तक पहुंचना आसान हो जाएगा। उन्होंने कहा कि पिछले एक साल में किए गए काम से पता चलता है कि काशी और तमिल के बीच एक भावनात्मक संबंध है। तमिलनाडु से काशी आना महादेवन (भगवान शिव) के घर से दूसरे घर में आने जैसा है।
साझा संस्कृति का उत्सव
काशी तमिल संघ (KTS) का दूसरा संस्करण 17-30 दिसंबर 2023 तक आयोजित किया जाएगा। यह देश के उत्तर और दक्षिण के साझा इतिहास और संस्कृति का उत्सव है। इस आयोजन का उद्देश्य ज्ञान, संस्कृति और सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करके दोनों क्षेत्रों के बीच संबंध को मजबूत करना है। काशी तमिल संगमम में तमिलनाडु और पुडुचेरी के 1,400 प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। तमिलनाडु के विभिन्न हिस्सों से छात्रों के एक समूह के साथ तमिल टीम का पहला बैच पहले वाराणसी पहुंच चुका। शिक्षकों, पेशेवरों, आध्यात्मिक मार्गदर्शकों, किसानों और कारीगरों, लेखकों, व्यापारियों और व्यवसायियों के छह और समूह वाराणसी में पहुंचे हैं।
संगमम में कई कार्यक्रम
सांस्कृतिक कार्यक्रम के अलावा तमिलनाडु और काशी दोनों राज्यों की कला, संगीत, हथकरघा, हस्तशिल्प, व्यंजनों को प्रदर्शित करने वाली एक प्रदर्शनी भी लगाई गई है। काशी तमिल संगम में साहित्य, प्राचीन ग्रंथ, दर्शन, आध्यात्मिकता, संगीत, नृत्य, नाटक, योग और आयुर्वेद पर व्याख्यान आयोजित किए जाएंगे। काशी तमिल संगम का पहला संस्करण 16 नवंबर से 16 दिसंबर 2022 तक आयोजित किया गया था।
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