माघी पूर्णिमा पर संगम में आस्था की डुबकी लगाने के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। इस दौरान व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद बनाए रखने के लिए भी खासा इंतजाम किए गए।
प्रयागराज: माघ मेला 2023 में पांचवें स्नान पर्व माघी पूर्णिमा पर भक्तों में खासा उत्साह देखा गया। त्रिवेणी के पावन तट पर आस्था का सैलाब उमड़ा देखा गया। इस बीच श्रद्धालुओं ने पुण्य की डुबकी लगाई और आज ही कल्पवासी और संत मेला से विदाई भी लेंगे। महीनेभर का कल्पवास समाप्त हो जाएगा। कल्पवासी यहां अगले साल फिर से आने का संकल्प लेते हुए मेलाक्षेत्र से विदा लेंगे। कल्पवासियों के अलावा बड़ी संख्या में अन्य भक्तों ने भी यहां पर पवित्र जल में डुबकी लगाई। वह इसी के लिए प्रयागराज आए थे।
इंट्री प्वाइंट और प्रमुख चौराहों पर लगाई गई मजिस्ट्रेटों की ड्यूटी
माघ मेला में माघी पूर्णिमा के मौके पर संगम में स्नान करने के लिए भारी संख्या में लोग मौजूद है। प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने दावा किया कि सुबह 9 बजे तक 10 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी में पुण्य की डुबकी लगाई थी। एडीएम मेला विवेक चतुर्वेदी का कहना है कि अभी और भी भीड़ आने की संभावना यहां पर बनी हुई है। स्नान घाटों पर बोरियों से लेकर कांसा तक को दुरुस्त किया गया है। पांटून पुलों और सड़कों पर चकर्ड प्लेटों को भी व्यवस्थित किया गया है। स्नान घाटों से लेकर पुलों, इंट्री प्वाइंट और प्रमुख चौराहों पर मजिस्ट्रेटों की ड्यूटी लगाई गई है। 6 जनवरी से शुरू हुआ माघ मेला ठीक एक माह तक चला। अब माघी पूर्णिमा स्नान के साथ ही रविवार को कल्पवास खत्म हो जाएगा।
अद्भुत संयोग में श्रद्धालुओं ने किया स्नान
कल्पवासियों के लौटने के दौरान प्रमुख चौराहों पर जाम की स्थिति न बने इसके लिए तमाम इंतजाम किए गए हैं। संगम समेत कुल 17 स्नान घाटों को भी व्यवस्थित किया गया है। तिथि शनिवार की रात 8 बजकर 49 मिनट पर लगा चुकी है। रविवार को रात 11 बजे तक यह तिथि रहेगा। मकर राशि में सूर्य और शनि का संचरण, रवि पुष्य, आयुष्मान योग और भी अद्भुत संयोग को बना रहा है। रविवार की सुबह 9 बजकर 55 मिनट तक भद्रा थे। भद्रा समाप्त होने के बाद कल्पवासी घरों के लिए प्रस्थान कर रहे हैं।
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