
Maha Kumbh 2025: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में लगे महाकुंभ 2025 का समापन महाशिवरात्रि के अवसर पर स्नान के साथ हो रहा है। बुधवार को देश भर से आए लाखों श्रद्धालुओं ने पवित्र त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाई। 45 दिन तक चलने वाले महाकुंभ मेला की शुरुआत 13 जनवरी को हुई थी।
महाकुंभ मेला दुनिया का सबसे बड़ा मेला है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार इस मेला में 65 करोड़ श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया है। अमेरिका की जनसंख्या 34 करोड़ से अधिक है। इस तरह देखें तो अमेरिका की आबादी से करीब दोगुना लोग महाकुंभ मेला में आए और संगम में डुबकी लगाई। भारत ही नहीं पूरी दुनिया की मीडिया ने इस आयोजन को कवर किया।
Wall Street Journal: वॉल स्ट्रीट जर्नल ने बताया कि महाकुंभ मेले में अमेरिका की पूरी आबादी से ज्यादा तीर्थयात्री आए। अनुमान है कि 6 सप्ताह में लगभग आधा अरब लोग आए। इसमें एक दिलचस्प हेडिंग थी- ‘इस भारतीय उत्सव में अमेरिका की आबादी से ज्यादा तीर्थयात्री आए।’
Huffington Post: हफिंगटन पोस्ट ने महाकुंभ मेला को दुनिया का सबसे बड़ा तीर्थस्थल बताया। इसने कुंभ मेला से जुड़े अनुष्ठानों और मान्यताओं को विस्तार से बताया।
AFP: न्यूज एजेंसी AFP ने बताया कि दो घातक भगदड़ में दर्जनों लोगों की मौत के बाद भी महाकुंभ मेला को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भारतीय जनता पार्टी ने एक विजय के रूप में मनाया है। इससे हिंदू पुनरुत्थान और समृद्धि के संरक्षक के रूप में भाजपा की सावधानीपूर्वक गढ़ी गई छवि को बल मिला है।
Reuters: न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने विस्तार से बताया कि किस प्रकार महाकुंभ मेला 2025 को भारत सरकार ने 'डिजिटल महाकुंभ' नाम दिया। सुरक्षा के लिए एडवांस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया।
यह भी पढ़ें- महाशिवरात्रि पर संगम तट पर गुलाब की बारिश, श्रद्धालु हुए भावविभोर
CNN: CNN ने शाही स्नान के दौरान नागा साधुओं के जुलूस को कवर किया। बताया कि महाकुंभ मेला की परंपराएं क्या हैं।
New York Times: न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में महाकुंभ मेला 2025 को “पवित्र” समागम बताया। कहा कि यह दुनिया भर से भक्तों, पर्यटकों, राजनेताओं और मशहूर हस्तियों को आकर्षित कर रहा है।
यह भी पढ़ें- प्रयागराज महाकुम्भ में महाशिवरात्रि के अंतिम स्नान पर्व पर सनातन धर्म की एकता का प्रदर्शन
उत्तर प्रदेश में हो रही राजनीतिक हलचल, प्रशासनिक फैसले, धार्मिक स्थल अपडेट्स, अपराध और रोजगार समाचार सबसे पहले पाएं। वाराणसी, लखनऊ, नोएडा से लेकर गांव-कस्बों की हर रिपोर्ट के लिए UP News in Hindi सेक्शन देखें — भरोसेमंद और तेज़ अपडेट्स सिर्फ Asianet News Hindi पर।