महाकुंभ 2025: वक्फ बोर्ड विवाद के बीच सनातन बोर्ड बनाने का ऐलान! क्या है मामला?

Published : Jan 17, 2025, 01:21 PM ISTUpdated : Jan 17, 2025, 01:22 PM IST
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सार

महाकुंभ 2025 में महंत रवींद्र पुरी ने सनातन बोर्ड बनाने का ऐलान किया है। वक्फ बोर्ड विवाद के बीच यह कदम चर्चा का विषय बन गया है। बोर्ड का उद्देश्य सनातन धर्म, संस्कृति और परंपराओं की रक्षा करना है।

Prayagraj MahaKumbh 2025 | महाकुंभ 2025 का आयोजन इस बार एक नई दिशा में बढ़ता हुआ नजर आ रहा है। जहां एक तरफ वक्फ बोर्ड को लेकर देशभर में विवाद चल रहा है, वहीं दूसरी तरफ महंत रवींद्र पुरी ने एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए सनातन बोर्ड बनाने की घोषणा की है। महंत ने कहा कि इस बोर्ड के गठन से सनातन धर्म, संस्कृति और परंपराओं की रक्षा की जाएगी। इसके गठन का प्रस्ताव जल्द ही केंद्रीय सरकार को भेजा जाएगा।

वक्फ बोर्ड विवाद के बाद महंत रवींद्र पुरी का सनातन बोर्ड की दिशा में बड़ा कदम

वक्फ बोर्ड से जुड़े विवाद में मुस्लिम धर्मगुरुओं ने 56 बीघा जमीन पर वक्फ बोर्ड के अधिकार का दावा किया है, जिससे धार्मिक समुदायों के बीच तनाव बढ़ा है। इस बीच महंत रवींद्र पुरी ने सनातन बोर्ड बनाने का ऐलान किया है। उनका कहना है कि सनातन धर्म की रक्षा के लिए इस बोर्ड का गठन जरूरी है और यह भारतीय समाज को एक मजबूत दिशा देगा।

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क्यों ज़रूरी है सनातन बोर्ड ?

सनातन बोर्ड का मुख्य उद्देश्य हिंदू धर्म, संस्कृति और परंपराओं का संरक्षण करना होगा। इस बोर्ड का कार्यक्षेत्र धार्मिक मामलों से बढ़कर भारतीय समाज की संस्कृति और इतिहास के संरक्षण तक विस्तृत होगा। महंत रवींद्र पुरी ने कहा कि यह बोर्ड हिंदू धर्म की आस्थाओं की रक्षा करेगा और समाज में धर्म से जुड़े मुद्दों पर भी काम करेगा।

महाकुंभ एक ऐसा आयोजन है, जो लाखों श्रद्धालुओं और संतों के लिए धार्मिक आस्था और संस्कारों का प्रमुख केंद्र होता है। इस महाकुंभ में वक्फ बोर्ड विवाद के उभरने के बाद महंत रवींद्र पुरी ने यह कदम उठाया है ताकि सनातन धर्म और संस्कृति के संरक्षण में कोई कमी न आए।

केंद्रीय सरकार से अनुमोदन की उम्मीद

महंत रवींद्र पुरी ने यह भी बताया कि सनातन बोर्ड के गठन का प्रस्ताव जल्द ही केंद्रीय सरकार को भेजा जाएगा। इस प्रस्ताव में बोर्ड के गठन की प्रक्रिया, उसके सदस्य और कार्यप्रणाली पर चर्चा की जाएगी। उम्मीद की जाती है कि महाकुंभ के समापन से पहले बोर्ड का गठन हो जाएगा।

महंत रवींद्र पुरी ने कहा कि सनातन बोर्ड का गठन केवल धार्मिक आस्थाओं की रक्षा के लिए नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति, परंपराओं और इतिहास को बचाने के लिए भी किया जाएगा। यह बोर्ड समाज में सनातन धर्म के महत्व को जागरूक करने का कार्य करेगा।

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