यूपी के जिले प्रयागराज में बाहुबली अतीक और उसके भाई अशरफ पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर मौत के घाट उतारने वाले तीनों शूटरों को लेकर हैरान करने वाले कनेक्शन सामने आ रहे है। जिसको देखकर हर कोई हैरान है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के जिले प्रयागराज में हुए अतीक-अशरफ की हत्या को लेकर जांच शुरू है और इसमें अब परतें खुलने लगी है। दरअसल इस हत्याकांड में अब चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि आरोपी अरुण अशरफ के बेटे असद के संपर्क में था। माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को गोलियां बरसाकर मौत की नींद सुलाने वाले शूटरों में शामिल अरुण मौर्य शेर-ए-अतीक व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ा था। इस ग्रुप को अतीक के बेटे असद ने खुद बनाया था। इसमें प्रयागराज के अलावा कौशांबी, प्रतापगढ़, फतेहपुर, सुल्तानपुर, कानपुर समेत राज्य के 20 से अधिक जिलों के साथ ही दूसरे प्रदेशों के भी तमाम लोग जुड़े थे।
तीनों शूटरों को लेकर आ रही नई सूचनाएं
बाहुबली के बेटे असद द्वारा बनाए इस ग्रुप से माफिया का हत्यारा अरुण मौर्य भी जुड़ा हुआ था हालांकि बाद में वह ग्रुप से अलग हो गया था। आरोपी अरुण के ग्रुप से जुड़ने का अर्थ यही है कि अरुण और असद की जान पहचान पहले से ही थी। इसके अलावा अरुण काफी समय तक इस ग्रुप से जुड़ा था और सक्रिय भागीदारी भी निभा रहा था मगर उसने ग्रुप क्यों छोड़ा इस बारे में नहीं पता है बल्कि पूछताछ जारी है। माफिया के गढ़ में ही उसे ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर मौत के घाट उतारने वाले अरुण मौर्य, लवलेश तिवारी और सनी सिंह के बारे में रोज कोई न कोई नई सूचनाएं सामने आ रही हैं।
असद द्वारा बनाए गए ग्रुप में जुड़ा था हत्यारा
शहर माफिया अतीक अहमद का गढ़ माना जाता रहा है। यहां उसकी खिलाफत करके कोई चैन से नहीं रह सकता था फिर चाहे वह कितना भी बड़ा व्यापारी, अधिकारी या राजनेता ही क्यों न हो। इसके अलावा पुराने शहर में उसके तमाम मददगार और करीबी रहते हैं, जो उसके लिए काम करते थे। सूत्रों के अनुसार पुलिस की पूछताछ में कासगंज के शूटर अरुण मौर्य ने बताया कि झांसी में एनकाउंटर में मारे गए अतीक अहमद के बेटे असद के शेर-ए-अतीक ग्रुप से वह जुड़ा था मगर बाद में वह इससे अलग हो गया।
असद द्वारा बनाए गए ग्रुप को अरुण ने दिया था छोड़
बता दें कि अतीक के बेटे असद द्वारा बनाए ग्रुप शेर-ए-अतीक ग्रुप में बाहुबली के महिमा मंडन के लिए बनाया गया था। इसमें ऐसे वीडियो और फोटो शेयर किए जाते थे, जिसमें अतीक अहमद के बादशाहत की दास्तां बताई जाती थी। उसकी लोकप्रियता और दहशत के बारे में वीडियो और फोटो के जरिए बताया जाता था। इस वजह से फिलहाल ऐसा माना जा रहा है कि ऐसी ही कई वीडियो-फोटो इस ग्रुप में जुड़कर अतीक के हत्यारे अरुण मौर्य ने भी देखी होंगी। इस वजह से हो सकता है कि अतीक जैसा बनने की प्रेरणा उसको इसी ग्रुप से मिली हो। मगर उसने बाद में यह ग्रुप छोड़ दिया और दूसरे व्हाट्सएप ग्रुप गैंग 90 से जुड़ गया। साथ ही यह पूरी जानकारी SIT के हाथ लग गई हैं।
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