उमेश पाल हत्याकांडः माफियाओं को मिट्टी में मिलाने का एक्शन जारी! अतीक अहमद और परिवार पर दर्ज हुए 160 केस

Published : Mar 04, 2023, 01:18 PM ISTUpdated : Mar 09, 2023, 08:18 PM IST
PRAYAGRAJ

सार

प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड के पीछे माफिया अतीक अहमद का नाम सामने आया। जिसके बाद पुलिस का अतीक और उसके परिवार के खिलाफ लगातार एक्शन जारी है। बता दें कि अतीक और उसके परिवार पर करीब 160 केस दर्ज हैं।

प्रयागराज: यूपी के प्रयागराज में विधायक रहे राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल यादव की दिनदहाड़े फिल्मी स्टाइल में हत्या कर दी गई थी। उमेश पाल पर ताबड़तोड़ फायरिंग की गई और बम फेंके गए थे। इस हत्याकांड में माफिया अतीक अहमद का नाम आया। वहीं इस हत्याकांड से उठी तपिश की गर्मी यूपी विधानसभा में भी देखने को मिली। जहां सीएम योगी आदित्यनाथ और सपा प्रमुख अखिलेश यादव के बीच तीखी नोंकझोंक हुई तो वहीं सीएम योगी ने सख्त तेवर दिखाते हुए माफियाओं को मिट्टी में मिला देने का ऐलान किया। जिसके बाद से अभी तक माफिया अतीक और उसके परिवार के खिलाब करीब 160 केस दर्ज हो चुके हैं।

अतीक अहमद पर दर्ज हैं 100 केस

यूपी पुलिस के डोजियर के मुताबिक माफिया से नेता बने अतीक के खिलाफ 100 केस दर्ज हैं। वहीं बरेली जेल में बंद उसके भाई अशरफ के खिलाफ 52 मुकदमे दर्ज हैं। वहीं अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन के खिलाफ 2, बेटे अली पर 4 और उमर के खिलाफ 1 मामला दर्ज है। वहीं उमेश हत्याकांड के बाद पुलिस अतीक के परिवार के खिलाफ एक के बाद एक्शन लेती नजर आ रही है। बता दें कि अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन के खिलाफ साल 2009 से प्रयागराज में धोखाधड़ी के 3 मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस अधिकारी ने बताया कि 3 मामले जिले में स्पेशल सीजेएम कोर्ट में अंडर ट्रायल चल रहे हैं।

अतीक और उसके परिवार का आपराधिक है रिकॉर्ड

वहीं अतीक के बेटे अली अहमद के खिलाफ दंगा भड़काने, धार्मिक भावनाओं से छेड़छाड़ किए जाने औक हत्या का प्रयास किए जाने के 4 केस दर्ज हैं। इन मामलों की जांच अभी चल रही है। वहीं अली के खिलाफ आर्म्स ऐक्ट केस में दाखिल हैं। प्रयागराज के करेली थाने में लंबित हत्या के प्रयास और फिरौती के मामले में अली ने सेशन कोर्ट में समर्पण किया है। वह आत्मसमर्पण के पहले करीब 7 महीने तक फरार था। पुलिस ने उसके ऊपर 50 हजार का इनाम रखा था। इसके अलावा सीबीआई ने उमर के खिलाफ डकैती और किडनैपिंग का केस दर्ज किया था। जिसके बाद उमर ने आत्मसमर्पण कर दिया था। मार्च 2022 से वह लखनऊ की जेल में बंद है।

पुलिस करोड़ों की संपत्ति कर चुकी जब्त

इसके अलावा अतीक का भाई अशरफ जो फिलहाल बरेली जेल में बंद है। उस पर साल 1992 से ही आपराधिक रिकॉर्ड दर्ज है। मुट्ठीगंज थाने में अशरफ के खिलाफ किडनैपिंग का मामला वहीं रायबरेली और चंदौली जिले में अन्य केस दर्ज हैं। एडीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि पुलिस अशरफ के खिलाफ दर्ज केस पर गंभीर रूप से संज्ञान में ले रही है। अशरफ की गिनती टॉप अपराधियों में होती है। एडीजीपी ने बताया कि अतीक और उसके परिवार से जुड़ी 11 हजार 684 करोड़ रुपए की संपत्ति अब तक जब्त की जा चुकी है। माफिया अतीक के खिलाफ 54 केस दर्ज हैं। जो विभिन्न कोर्ट में अंडर ट्रायल हैं।

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