योगी कैबिनेट ने महाकुम्भ मेला 2025 के लिए सामुदायिक रसोई की मंजूरी दी, जिसमें 10 हजार लोगों को निःशुल्क भोजन मिलेगा। एम्स और आर्मी के विशेषज्ञ डॉक्टर श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य की देखभाल करेंगे। जानें कैसे और कहां-कहां मिलेंगी ये सुविधाएं।
प्रयागराज। UP की योगी आदित्यनाथ सरकार ने प्रयागराज के संगम तट पर होने वाले महाकुम्भ 2025 के लिए सामुदायिक रसोई (कम्युनिटी किचन) की स्वीकृति दे दी है। इस रसोई में वर्ष भर प्रतिदिन 10 हजार लोगों को निःशुल्क भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। यहां बिना लहसुन-प्याज के पूरी तरह से सात्विक भोजन तैयार होगा। इस योजना को सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) मॉडल के तहत डेवलप किया जाएगा। प्रयागराज मेला प्राधिकरण (PMA) को 2280 वर्ग मीटर भूमि 30 वर्ष के लिए निःशुल्क लीज पर दी गई है।
प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने दो अलग-अलग स्थानों पर भोजन वितरण केंद्रों की स्थापना का भी निर्णय लिया है। इसके अतिरिक्त मेला क्षेत्र में 85,880 वर्ग मीटर भूमि आरक्षित की गई है, जिसमें सामुदायिक रसोई (कम्युनिटी किचन) और अन्य सुविधाओं का विकास होगा। यहां पर प्रतिदिन भोजन बनेगा।
महाकुम्भ 2025 में सामुदायिक रसोई और स्वास्थ्य सेवाओं के इस अनूठे मॉडल से श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं और सुरक्षित अनुभव प्रदान करने का प्रयास किया गया है। मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ने बताया कि अरैल में जमीन चिह्नित कर प्रस्ताव शासन को भेजा गया था। आधुनिकतम सुविधाओं वाले माॅड्यूलर किचन में स्वच्छता का पूरा ध्यान रखा जाएगा। यहां कैमरे भी लगाए जाएंगे।
महाकुंभ 2025 में क्षेत्र के हर कोने में मुफ्त खाने के लिए व्यवस्था की जाती है और लंगर चलते हैं। अन्नपूर्णा नगर भी इसी का एक अंग है. धार्मिक सामाजिक संस्थाएं इस कार्य में अग्रणी हैं। महाकुंभ क्षेत्र में मौजूद 782 खालसे इसके लिए सबसे आगे रहते हैं, जहां 24 घंटे लगातार लंगर चलता है। बड़े सामाजिक और धार्मिक संगठन भी इस बार आगे आए थे। ऋषिकेश में परमार्थ निकेतन आश्रम के अध्यक्ष और आध्यात्मिक प्रमुख स्वामी चिदानंद सरस्वती बताते हैं कि हमारा शिविर नैनी रोड पर अरैल घाट पर होगा। हम एक बड़ा अन्न क्षेत्र स्थापित करेंगे, जहां हमारे कार्यकर्ता खाना पकाएंगे और परोसेंगे।
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