अयोध्या में भगवान राम के मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम 16 जनवरी से शुरू हो जाएगा। जबकि मुख्य कार्यक्रम 22 जनवरी को आयोजित है, जिसमें पीएम मोदी शामिल रहेंगे।
Ram Mandir Pran Pratishtha. 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम का पूरा शेड्यूल आ गया है। राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनसभा को भी संबोधित करेंगे। मंदिर के सामने खुले मंच पर लोगों के लिए कुर्सियां लगाई जाएंगी। एक केंद्रीय शिखर बनाया जाएगा जबकि दो पार्श्व शिखर होंगे। कार्यक्रम के दौरान 6000 कुर्सियां लगाई जाएंगी और यह व्यवस्था ऐसी होगी कि सभी को मंदिर के दर्शन होते रहेंगे।
सभी नियमों का पालन करेंगे पीएम मोदी
नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि पीएम मोदी ने खुद यह सवाल किया है कि प्राण-प्रतिष्ठा से पहले किसी तरह से अनुशासन की आवश्यकता हो तो वे पूरा करेंगे। जैसे व्रत रखान हो, उपवास या प्राण प्रतिष्ठा से पहले किसी तरह की विशेष पूजा ही क्यों न हो, पीएम मोदी ने पहले ही इन सभी की जानकारी मांगी है। नृपेंद्र मिश्र ने यह भी बताया कि पुरानी रामलला की मूर्ति की रोज पूजा होगी और इन्हें राम लला की नई मूर्ति से पहले ही रखा जाएगा। दोनों मूर्तियां मंदिर में रखी जाएंगी ताकि लोग इनका दर्शन कर सकें।
दो घंटे की पूजा और पीएम की जनसभा
राम मंदिर निर्माण समिति अध्यक्ष ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में पूजा पाठ के बाद जनसभा को भी संबोधित करेंगे। लोगों के लिए 6000 कुर्सियां लगाई जाएंगी। पीएम मोदी ही श्रीराम की प्रतिमा का नेत्र अनावरण करेंगे। राम प्रतिमा को जल से स्नान कराया जाएगा। लोग नई और पुरानी प्रतिमा के दर्शन वास्ते उत्साहित हैं, इसलिए दोनों प्रतिमाओं को मंदिर में रखा जाएगा।
रामलला सुन रहे वेदपाठ
अयोध्या में रामलला विग्रह को वेद पाठ सुनाया जा रहा है। मंदिर निर्माण से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि वैदिक मंत्रों से हवन और यज्ञ के साथ वेदपाठ किया जा रहा है। वहीं मंदिर का ग्राउंड फ्लोर बनकर तैयार हो चुका है। राम मंदिर की पहली मंजिल भी बना ली गई है। प्रवेश द्वार पर भगवान हनुमान और गरूण की प्रतिमाएं लगाई गई हैं।
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