
अयोध्या। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह यानी 22 जनवरी के दिन भगवान श्रीराम पीले रंगे के वस्त्र धारण करेंगे। रामलला के प्रमोदवन के रहने वाले शंकर लाल वस्त्र तैयार कर रहे हैं। उनका परिवार तीन पीढ़ियों से रामलला के लिए वस्त्र सिलता आ रहा है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की तरफ से रामलला, भाइयों और हनुमान जी के लिए वस्त्र तैयार कराया जा रहा है।
1985 से रामलला के लिए वस्त्र सिलता आ रहा ये परिवार
शंकर लाल के अनुसार, उनका परिवार वर्ष 1985 से रामलला के लिए वस्त्र सिलता आ रहा है। उस समय मंदिर के पुजारी लालदास के माध्यम से शंकर लाल के पिता बाबू लाल ने दो मशीनें ली थीं। परिसर के पास ही उनके पिता और बड़े भाई भगवत प्रसाद वस्त्र सिलने का काम करते थे। साल 1992 तक यह सिलसिला अनवरत रूप से चलता रहा। बाबरी विध्वंस के बाद दुकान वहां से हटाकर प्रमोदवन में खोली। ढांच गिरा तो भगवान श्रीराम टेंट में विराजमान हो गए। उस समय भी शंकर लाल के पिता भगवान श्रीराम के लिए कपड़ा सिलने का काम करते थे। साल 1994 में पिता के देहांत के बाद शंकर लाल के भाई भगवत प्रसाद सिलाई के काम में जुट गए।
शुभ काज में पीतांबरी ओढ़ने का विधान
शंकर लाल के मुताबिक, रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा के लिए बन रही 51 इंच की मूर्ति के लिए कपड़ा तैयार करने को ट्रस्ट ने बड़े भाई को बुलाया था। अस्थायी मंदिर में विराजमान और रामलला की नयी मूर्ति के लिए वस्त्र तैयार कर रहे हैं। सोमवार के दिन रामलला को सफेद वस्त्र धारण कराया जाता है। प्राण प्रतिष्ठा सोमवार को होगी। इसलिए शुभ काज के अवसर पर पीतांबरी ओढ़ने का विधान है। इसलिए उस दिन रामलला के लिए पीले वस्त्र तैयार किए जा रहे हैं।
किस दिन-किस रंग का वस्त्र पहनते हैं रामलला
जानकारी के अनुसार, रामलला को दिन के अनुसार वस्त्र धारण कराया जाता है। सोमवार को सफेद वस्त्र, मंगवालर को लाल, बुधवार को हरा और गुरुवार को पीला वस्त्र धारण कराया जाता है। शुक्रवार को क्रीम कलर और शनिवार को नीले रंग का वस्त्र धारण कराया जाता है।
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