यूपी के शाहजहांपुर से एक हैरान करने वाला मामला सामने आय़ा है। अनुसूचित जाति छात्राओं ने आरोप लगाया कि हॉस्टल में पानी की टंकी पर पोस्टर लगाए गए हैं। पोस्टर पर पूछकर पानी लिए जाने की बात लिखी गई।
शाहजहांपुर: एसएस कॉलेज के राजकीय अनुसूचित जाति बालिका छात्रावास की रहने वाली छात्राओं के द्वारा अन्य छात्राओं पर परेशान करने का आरोप लगाया गया। छात्राओं का कहना है कि उन्हें ऊंची जाति की छात्राएं परेशान कर रही हैं। आरोप है कि उनके पानी पीने पर भी रोक-टोक की जा रही है। यहां तक की पानी की टंकी पर पोस्टर भी चस्पा किया गया है। जिस पर लिखा है कि अनुसूचित जाति की छात्राएं पूछकर ही पानी लें। इस मामले में पीड़ित छात्राओं के द्वारा पुलिस से भी शिकायत की गई है।
पोस्टर में पूंछकर पानी लेने की लिखी बात
आपको बता दें कि एसएस कॉलेज के पास में ही छात्रावास है। इस अनुसूचित जाति छात्रावास में सभी वर्गों की आर्थिक रूप से कमजोर छात्राएं रहती हैं। छात्रावास में रहने वाली अनुसूचित जाति की छात्राओं के द्वारा सोमवार को चौक कोतवाली पर तहरीर दी गई। इस तहरीर में बताया गया कि सामान्य और ओबीसी जाति की छात्राएं उन्हें परेशान कर रही हैं। उनकी जाचि को लेकर टिप्पणी की जाती है और वहां पर डॉ. आंबेडकर की तस्वीर का भी अपमान किया जाता है। यहां तक की टंकी पर पोस्टर चस्पा किया गया है। इस पोस्टर में लिखा है कि उनसे पूछकर ही पानी लिया जाए।
पुलिस मामले की जांच में जुटी
मामले में तहरीर मिलने के बाद चौक कोतवाली इंस्पेक्टर केबी सिंह के द्वारा छात्रावास जाकर पड़ताल की। इंस्पेक्टर का कहना है कि छात्रावास जाकर पूछताछ की गई लेकिन वहां छात्राओं ने कोई शिकायत नहीं की। वहीं भीम आर्मी मंडल संगठन सचिव सोनू रावत के द्वारा जानकारी दी गई कि मामले में लिखित प्रार्थनापत्र दिया गया था। मामले में न्याय नहीं मिलने पर आंदोलन किया जाएगा। इस बीच सीडीओ एसबी सिंह ने बताया कि उन्हें मामले की जानकारी नहीं है। शिकायत आने पर प्रकरण की जांच करवाई जाएगी। वहीं कॉलेज प्रशासन का कहना है कि उनका हॉस्टल से कोई भी संबंध नहीं है। हॉस्टल का संचालन समाज कल्याण के द्वारा होता है।