
बरेली। मुस्लिम संगठन इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के मुखिया तौकीर रजा के जेल भरो कॉल दिया। इसके चलते शुक्रवार को दोपहर की नमाज के बाद हजारों की संख्या में लोग बरेली की सड़कों पर उतर आए। इससे शहर में तनाव फैल गया। तौकीर रजा ने जेल भरो मार्च का आह्वान ज्ञानवापी मामले को लेकर किया था। बरेली के संवेदनशील इलाकों में एक हजार से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।
तौकीर रजा ने जेल भरो मार्च के दौरान उत्तराखंड के हल्द्वानी में मदरसा तोड़े जाने की निंदा की। मदरसा और उससे सटी मस्जिद को वन विभाग की जमीन पर कब्जा कर अवैध तरीके से बनाया गया है। गुरुवार को अतिक्रमण हटाने के दौरान हिंसा हुई थी। स्थानीय लोगों ने पुलिस पर हमला कर दिया था। उपद्रवियों ने थाना जला दिया। इस घटना में 2 लोगों की मौत हुई और करीब 250 लोग घायल हुए। घायलों में 100 पुलिसकर्मी हैं।
जेल भरो मार्च निकाले जाने पर फैला तनाव
तौकीर रजा द्वारा ज्ञानवापी मामले में जेल भरो मार्च निकाले जाने के चलते यूपी के बरेली में तनाव फैल गया है। तौकीर ने अपने समर्थकों से कहा था कि वे देश में मुसलमानों के खिलाफ हो रहे ऑपरेशन के खिलाफ सड़क पर आएं और गिरफ्तारी दें। इस अपील के बाद शुक्रवार की नमाज के बाद हजारों लोग सड़क पर उतर आए। इसके बाद बरेली में एक हजार से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया। मस्जिदों के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
जेल भरो मार्च के दौरान तौकीर ने अपने समर्थकों से कहा, "अब हम कोई और बुलडोजर एक्शन नहीं सहेंगे। अगर सुप्रीम कोर्ट हमारा ख्याल नहीं रख सकता तो हम अपना ख्याल रखेंगे। मैं नमाज पढ़ने जा रहा हूं। इसके बाद मैं खुद को गिरफ्तारी के लिए पेश करूंगा।"
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कोर्ट ने दिया है ज्ञानवापी के व्यास तहखाना में पूजा का अधिकार
31 जनवरी को वाराणसी कोर्ट ने हिंदुओं को ज्ञानवापी के व्यास तहखाना में पूजा का अधिकार दिया है। हाल ही में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश विधानसभा में अपने भाषण में कहा था कि काशी और मथुरा में भी मंदिर बनाए जाएंगे। वे अयोध्या के साथ हिंदू आस्था के तीन केंद्रों का हिस्सा हैं।
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