
देवरिया: श्रीरामपुर थाना क्षेत्र के बंकुल गांव के झरही नदी के कट पर एक ही परिवार के 4 लोगों की चिताएं एक साथ सजीं तो हर किसी की आंखों में आंसू आ गए। इस बीच दो मासूमों के शवों को दफनाया गया। अंतिम संस्कार में आसपास के गांवों का हुजूम भी उमड़ा हुआ था।
पिता पारस शाह ने दी चिताओं को मुखाग्नि
आपको बता दें कि शुक्रवार की रात को बंकुल गांव के रहने वाले 32 वर्षीय सोनू शाह, पत्नी सुजावती देवी, बेटे दिव्यांश, बेटी रूचिका, बहन खुशी, भाई रवि शाह के साथ उत्तराखंड के लालकुआं से आ रहे थे। हालांकि देर रात उनकी गाड़ी श्रीदतगंज थाना अंतर्गत क्षेत्र के गालिबपुर के पास एक अज्ञात वाहन से टकार गई। इस दर्दनाक हादसे में परिवार के छह लोगों की मौत हो गई। हादसे के बाद शनिवार को झरही नदी के तट पर सभी का अंतिम संस्कार किया गया। इस बीच पिता पारस शाह ने 4 चिताओं को मुखाग्नि दी। वहीं रुचिका और दिव्यांशु का शव नदी के किनारे दफनाया गया। इस दर्दनाक हादसे के बाद रविवार की सुबह असमान्य सी नजर आई। सुबह गांव में सन्नाटा पसरा हुआ था। इस बीच सांसद सलेमपुर रविंद्र कुशवाहा, भाटपाररानी एसडीएम संजीव उपाध्याय, सीओ विनय यादव ने मौके पर पहुंची परिवार के लोगों को ढांढस बंधाया।
समय को दोष दे रहे लोग
एक साथ इतले लोगों का निधन होने के बाद मौके पर मौजूद लोग उस समय को कोस रहे हैं जब पूरा परिवार कार से गांव से निकला था। सबका कहना है कि यदि पूरा परिवार एक ही कार से न गया होता तो इतना बड़ा हादसा नहीं होता। एक साथ इनती चिताओं को आग देने और दफन करने के बाद पारस शाह कुछ कहने के हाल में ही नहीं है। करीबी रिश्तेदार और अन्य लोगों का भी कहना है कि उन्होंने इससे पहले अपने जीवन में इस तरह के हादसे नहीं देखें।
उत्तर प्रदेश में हो रही राजनीतिक हलचल, प्रशासनिक फैसले, धार्मिक स्थल अपडेट्स, अपराध और रोजगार समाचार सबसे पहले पाएं। वाराणसी, लखनऊ, नोएडा से लेकर गांव-कस्बों की हर रिपोर्ट के लिए UP News in Hindi सेक्शन देखें — भरोसेमंद और तेज़ अपडेट्स सिर्फ Asianet News Hindi पर।