उमेश पाल हत्याकांड मामले में पुलिस आरोपियों की पड़ताल में जुटी हुई है। हालांकि इस बीच कई बार शूटरों के बेहद करीब पहुंचकर भी पुलिस को मायूसी हाथ लगी है।
प्रयागराज: उमेश पाल हत्याकांड मामले में 5 वांटेड शूटरों की लोकेशन को लेकर पुलिस को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसी के चलते एसटीएफ और पुलिस उन्हें पकड़न में भी असफल साबित हो रही है। पुलिस का कहना है कि बार इन शूटरों के काफी करीब पहुंचने के बाद भी निराशा ही हाथ लगी। जिन लोगों के द्वारा शूटरों को पनाह दी जा रही है वह बिल्कुल नए हैं। सूत्र यह भी बताते हैं कि शूटरों के छिपने के लिए पहले भी प्लान तैयार किया था।
घटना के बाद शुरुआती पड़ताल में दिखी थी लापरवाही
गौरतलब है कि उमेश पाल और दो सिपाहियों की हत्या मामले में अरमान, गुड्डू, असद, गुलाम, अरमान फरार हो गए। मामले में शुरुआती दिनों में पुलिस की लापरवाही भी सामने आई है। इसी के चलते शूटरों को शुरुआत में यहां से निकलने का मौका मिला। रिपोर्टस के अनुसार असद और गुलाम को छोड़कर सभी शूटरों ने 24 फरवरी की रात को चकिया इलाके में बिताया। इसके बाद अगले दिन वह यहां से फरार हो गए। पुलिस ने इस बीच घटना के बाद चकिया में अतीक के घर पर दबिश दी और अतीक के दोनों बेटों और शाइस्ता को हिरासत में लिया। हालांकि उसके बाद शाइस्ता फरार हो गई। शूटर लगातार लोकेशन बदल रहे हैं और पुलिस कई जगहों पर उनके बिल्कुल करीब पहुंचकर मायूस होकर वापस आई है।
पहले से कर रखी थी प्लानिंग
पुलिस का कहना है कि शूटर बेहद शातिर अंदाज में अपनी लोकेशन को लगातार बदल रहे हैं और उन्होंने किसी नजदीकि या संबंधी को फोन भी नही किया है। लिहाजा अनुमान लगाया जा रहा है कि वह बिल्कुल नए लोगों से मदद ले रहे हैं। अनुमान यह भी है कि अतीक ने पहले से ही शूटरों के फरार होने और उनके छिपने की प्लानिंग कर रखी थी। इसी के चलते पुलिस को इतनी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।